पोस्टमार्टम में मिले पुलिस की बर्बरता के निशान, फंस सकती है पुलिस

कंधे, बांह और दोनों घुटनों के पीछे थे पिटाई के निशान, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हृदय गति रुकना बताया गया

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Nov 2018 09:30 AM (IST) Updated:Sat, 24 Nov 2018 09:30 AM (IST)
पोस्टमार्टम में मिले पुलिस की बर्बरता के निशान, फंस सकती है पुलिस
पोस्टमार्टम में मिले पुलिस की बर्बरता के निशान, फंस सकती है पुलिस

आगरा (जागरण संवाददाता): चोरी के आरोप में थाने लाए गए राजू पर पुलिस ने बर्बरता की थी। उसे डंडे से पीटा गया था। पोस्टमार्टम में उसके शरीर पर मिले चोट के निशान इसकी गवाही दे रहे थे। यह रिपोर्ट पुलिस के गले की फांस बन सकती है।

गैलाना रोड स्थित नरेंद्र एन्क्लेव कॉलोनी निवासी राजू गुप्ता का शुक्रवार को दोपहर तीन बजे बाद डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई। सूत्रों का कहना है कि पोस्टमार्टम में राजू के दाहिने कंधे और बांह पर चोट के निशान थे। नितंब और दोनों घुटनों के पीछे भी उसको डंडे से चोट मारी गई थी। इससे वहां नीले निशान पड़ गए थे। राजू के मुंह से पोस्टमार्टम के दौरान एक ट्यूब निकली। डॉक्टरों का कहना है कि यह ट्यूब अस्पताल में सांस लेने में परेशानी होने पर डाली गई होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हृदय गति रुकना बताया गया है। इससे साफ जाहिर है कि पिटाई के दौरान अचानक उसे सांस लेने में परेशानी हुई। इसी बीच हृदयगति रुकने से उसकी मौत हो गई।

परिजनों के पहुंचने से पहले भर लिया पंचनामा

राजू गुप्ता के चाचा अशोक का आरोप है कि थाने से वे जब पोस्टमार्टम हाउस में पंचनाम भरने को पहुंचे तो उससे पहले ही पुलिस ने उसे भर लिया। शव तक नहीं दिखाया। इस पर लिख लिया कि उसके शरीर पर कहीं चोट नहीं है। इसके बाद उनसे जबर्दस्ती हस्ताक्षर करा लिए। इसको लेकर वे आक्रोशित हो गए। शव को पोस्टमार्टम हाउस में ही छोड़कर वे थाना सिकंदरा पहुंच गए। वहां धरने पर बैठ गए। उन्होंने कह दिया कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर नाम नहीं बताया जाएगा, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। काफी देर तक थाने में बैठने के बाद वे अंतिम संस्कार को शव लेने पहुंचे।

माननीय के रिश्तेदार थे चोरी का आरोप लगाने वाले

शुक्रवार को थाना सिकंदरा में चर्चाएं थीं कि राजू पर चोरी का आरोप लगाने वाले अंशुल एक माननीय के रिश्तेदार हैं। यही वजह थी कि पुलिस ने बिना मुकदमा दर्ज किए राजू को उठाया और उनके कहने पर मां के सामने पिटाई की थी।

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