थोक बाजार में रंक पर फुटकर में आलू राजा का जलवा कायम

आगरा, जागरण संवाददाता। प्रदेश में भाजपा सरकार की उदासीनता किसानों पर भारी पड़ रही है। पंजाब, ि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Dec 2018 09:00 AM (IST) Updated:Wed, 05 Dec 2018 09:00 AM (IST)
थोक बाजार में रंक पर फुटकर में आलू राजा का जलवा कायम
थोक बाजार में रंक पर फुटकर में आलू राजा का जलवा कायम

आगरा, जागरण संवाददाता। प्रदेश में भाजपा सरकार की उदासीनता किसानों पर भारी पड़ रही है। पंजाब, हिमाचल और बेवर की फसल ने बाजार से शीतगृह में भंडारित आलू की मांग को घटा दिया है। ऐसे में आलू की निकासी रुक गई है और थोक मंडी में आलू की अधिकता से दाम भी गिर गया है। नया आलू थोक मंडी में सात से आठ रुपये और पुराना चार से पांच रुपये प्रतिकिलो है। थोक बाजार में रंक बन चुके राजा (आलू) का फुटकर बाजार में जलवा कायम है। यहां रेट 15 से 20 रुपये प्रतिकिलो से नीचे नहीं गिर रहे हैं।

दयालबाग क्षेत्र में फुटकर सब्जी की बड़ी मंडी है। यहां नया आलू 20 रुपये किलो बिक रहा है, जबकि पुराना आलू 20 रुपये में सवा किलो दे रहे हैं। सिकंदरा मंडी के भाव पर चर्चा भी करो तो खर्च गिना देते हैं। ऐसा ही हाल खंदारी क्षेत्र की फुटकर मंडी का भी है। यहां भी आलू के दाम दयालबाग की तरह ही हैं। कमला नगर क्षेत्र में भी ठेल पर पहुंचने वाले आलू के भाव 20 रुपये प्रतिकिलो से कम नहीं हैं। बोदला क्षेत्र की फुटकर मंडी में दाम 20 रुपये में सवाल किलो पर स्थिर हैं। फुटकर बाजार में थोक से दो से तीन गुने के अंतर पर कोई नियंत्रण नहीं हो रहा है।

ठेल पर आलू बेचने वाले 20 रुपये प्रतिकिलो बेच रहे हैं। फुटकर मंडी में भी कुछ में भी यही भाव है। दोनों मंडी के भाव में इतने अंतर पर कोई नियंत्रण क्यों नहीं होता है।

वैशाली, खंदारी

हर बार आलू के दामों में गिरावट सुनते हैं, लेकिन फुटकर बाजार में कोई अंतर नहीं आता है। ठेल वाले 20 रुपये किलो आलू बेच रहे हैं।

रेनू जादौन, लॉयर्स कॉलोनी

मंडी में सात से आठ रुपये किलो नया आलू है। वहीं पुराने आलू की मांग ज्यादा नहीं है। उसके दाम चार से पांच रुपये किलो हैं।

कफीलउद्दीन, थोक आलू व्यापारी

मामला संज्ञान में नहीं है। न ही इस तरह की कोई शिकायत आई है। अगर मामला सामने आता है, तो कार्रवाई होगी।

उमेश चंद्र मिश्रा, डीएसओ

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