वीर सपूतों के लिए आंखों में अश्क, दिल में सम्मान

दैनिक जागरण ने वीरनारियों को किया सम्मानित। डॉ. एमपीएस व‌र्ल्ड स्कूल में आयोजित हुआ कार्यक्रम।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 09 Mar 2019 03:05 PM (IST) Updated:Sat, 09 Mar 2019 03:05 PM (IST)
वीर सपूतों के लिए आंखों में अश्क, दिल में सम्मान
वीर सपूतों के लिए आंखों में अश्क, दिल में सम्मान

 आगरा, जागरण संवाददाता। ये अनूठा पल था। जिनके अपनों ने देश की रक्षा के लिए अपनी जिंदगी कुर्बान कर दी, उन वीर नारियों को सम्मानित करने वाले हाथ भी खुद को गौरवांवित महसूस कर रहे थे। आंखों में शहीद हुए वीरों के लिए अश्क थे, तो हर शख्स के दिल में उनके प्रति सम्मान। जब शूरवीरों की बात चली तो आंखों से अश्कों की अविरल धारा भी बह चली। मौका ही ऐसा था।

दैनिक जागरण ने महिला दिवस पर उन वीरनारियों को सम्मानित किया, जिन्होंने दुश्मन से लड़ाई में अपनों को खो दिया। किसी ने बेटा खोया, किसी ने सुहाग। किसी से भाई की कलाई छिन गई, तो किसी से बुढ़ापे का सहारा। सिकंदरा स्थित डॉ. एमपीएस व‌र्ल्ड स्कूल में शुक्रवार को विश्व महिला दिवस के मौके पर दैनिक जागरण द्वारा वीरनारियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां भारती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। डॉ. एमपीएस व‌र्ल्ड स्कूल के चेयरमैन स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह, अति विशिष्ट अतिथि मेयर नवीन जैन की पत्नी रेनू जैन और विशिष्ट अतिथि जिलाधिकारी की पत्नी डॉ. हेमलता ने मां भारती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। दीप प्रज्ज्वलन के बाद विद्यालय की शिक्षिकाओं द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम में शहीदों के अंतिम संस्कार पर बजाई जाने वाली सेना की अंतिम सलामी धुन बजाई गई। इसने सभी को भावुक कर दिया। इसके बाद वीरनारियों और शहीदों के परिजनों को स्मृति चिन्ह और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन मनप्रीत कौर ने किया।

हर आंख से बहे आंसू

एक फौजी की पीड़ा क्या होती है। इस पीड़ा को गीत के जरिए सात साल के छात्र ने जब मंच से बयां किया, तो शहीदों की याद में हर आंख से यादों का समंदर बह चला। डॉ. एमपीएस स्कूल में पढ़ने वाले छात्र ध्रुव तिवारी ने सेना की वर्दी में संदेशे आते हैं गीत गाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। हॉल में मौजूद हर शख्स की आंखें आंसुओं में डूब गईं।

इन्हें किया गया सम्मानित

गीता देवी

पति श्यामवीर कारगिल युद्ध में शहीद हो गए। एक बेटे राजेंद्र को डॉक्टर बनाया और दूसरा बेटा नरेश पेट्रोल पंप संभालता है। छोटा बेटा विजय सिंह सेना की तैयारी कर रहा है।

राजबीरी

कागारौल के रिठौरी कटरा की राजबीरी देवी के पति रामवीर सिंह कारगिल युद्ध में शहीद हो गए। बेटी कृष्णा एम कॉम, एमबीए कर रही है जबकि बेटा प्रदीप बीएससी का छात्र है।

सुमन चौहान

फतेहाबाद के खंडेर टीकतपुरा के जितेंद्र चौहान कारगिल युद्ध में शहीद हो गए।

शकुंतला

बाह निवासी लायक सिंह भदौरिया कारगिल युद्ध में शहीद हो गए। उनकी पत्‍‌नी शकुंतला ने बच्चों को काबिल बनाया।

राधा भदौरिया

पति दिनेश सिंह सेना में थे। वर्ष 2000 में ऑपरेशन रीनो में शहीद हो गए।

जयवीर सिंह 

भाई इंद्रजीत सिंह 2010 में कुपवाड़ा में आतंकियों से मोर्चा लेते शहीद हो गए।

अमीरन बेगम

बेटा हसन मोहम्मद कारगिल युद्ध में शहीद हो गए।

पिंकी बघेल

पति देवेंद्र सिंह बघेल बीएसएफ में तैनात थे। 15 मई 2010 को वह सीमा पर आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गए।

ममता रावत

पति सीआरपीएफ जवान कौशल कुमार रावत पुलवामा में आतंकियों से हमले में 14 फरवरी 2019 को शहीद हो गए। पति के सपने को साकार करने में लगी हैं ममता।

लक्ष्मी

भाई हरेंद्र सिंह सेना में सिपाही थे। 2002 में कारगिल में ऑपरेशन पराक्रम में शहीद हो गए। लक्ष्मी ने बेटा बनकर पूरे परिवार के लिए संबल बनीं।

ओमवती

पति रणवीर सिंह सेना में सिपाही थे। 1971 में भारत व पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में रणवीर शहीद हो गए। ओमवती ने बेटे मुकेश को भी सेना में भेजा।

सुशीला देवी

पति शिवकुमार सिंह सेना में सिपाही थे। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हो गए।

मुन्नी देवी

ससुर राजबहादुर सिंह सेना में सूबेदार थे। 1971 में भारत-पाकस्तिान युद्ध में शहीद हो गए।

मिथिलेश देवी

पति हरेंद्र सिंह सेना में थे। 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए।

राजेश कुमारी 

पति जयपाल सिंह सेना में सिपाही थे। 1971 में भारत-पाकिस्तान यद्ध में शहीद हो गए।

उमेश सिंह

पिता रणवीर सिंह निवासी सिमराई (बाह) सेना में थे। 26 जनवरी 2016 शहीद हुए थे।

मुकेश सिंह

भाई शेर सिंह सेना में थे। 2006 में शहीद हो गए।

श्रीमती 

पुत्र धर्मवीर कारगिल युद्ध में शहीद हुए।

राजश्री मिश्रा

पति मेजर शेखर मिश्रा 1996 में शहीद हुए। शौर्य चक्र और सेना पदक से सम्मानित हुए।

संध्या मान

शौर्य चक्र से सम्मानित कर्नल रंजीत सिंह 1996 में शहीद हुए थे।

गुनाज

पिता अमरुद्दीन कारगिल युद्ध में शहीद हुए।

सम्‍मान को किया सलाम

महिलाएं अपने पति, भाई और बच्चों को कलेजे पर पत्थर रखकर भारत माता की सेवा के लिए हंसते-हंसते भेज देती है। यह साहस सिर्फ महिलाओं में ही देखने को मिलता है। महिलाएं हर भूमिका बहादुरी और धैर्य के साथ निभा रही हैं। वीर नारियों को सम्मानित कर शहीदों की सच्ची श्रद्धांजलि दी गई।

- स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह, चेयरमैन डॉ. एमपीएस व‌र्ल्ड स्कूल

किसी भी परिवार का वीर देश का सदस्य होता है। उन्हें पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए। सैनिकों की शहादत को नमन कर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम के आयोजन के लिए सभी को बधाई।

- राजश्री मिश्रा, शहीद मेजर शेखर मिश्रा की पत्नी

शहीदों ने अपने बलिदान से देश का नाम रोशन किया है, हमें भी उस काबिल बनना चाहिए। उनके बलिदानों को सम्मान देना चाहिए। हर मौके पर ऐसे परिवारों के साथ खड़े रहना चाहिए। शहादत का दर्द उनके परिजन ही समझ सकते हैं लेकिन हमें भी उनका हर मौके पर साथ देना चाहिए।

- डॉ. हेमलता, जिलाधिकारी एनजी रवि की पत्नी

कार्यक्रम में आकर काफी भावुक हो गई। शहीदों के परिजनों को सम्मानित कर अच्छा काम किया गया है। इससे लोगों को प्रेरणा मिलती है।

- पलक बंसल, छात्रा

जिन महिलाओं के अपने सेना में शहीद हुए हैं उन्हें सम्मानित करने की अच्छा प्रयास है। कार्यक्रम से काफी कुछ सीखने को मिला है।

- सोनम अग्रवाल, छात्रा

महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उन्हें थोड़ी स्वतंत्रता देनी चाहिए। पढ़ाई के लिए महिलाओं को और आगे बढ़ाने की जरूरत है।

- विचित्रा कुमारी, छात्रा

महिलाओं को बराबरी का अधिकार देने की जरूरत है। शहीदों के परिजनों से मिलकर अच्छा लगा। शहीदों के परिजनों को सम्मानित करना अच्छा प्रयास है।

- करिश्मा चौधरी, छात्रा

महिलाएं अब पहले से अधिक सशक्त हो रही है। उन्हें और अधिकार दिए जाने चाहिए। अब महिलाएं हर क्षेत्र में बेहतर करके दिखा रहीं हैं।

- आयुषी सोनी, छात्रा

सामाजिक क्षेत्र में इन्हें किया गया सम्मानित

एसएन मेडिकल कॉलेज कैंसर रोग विभाग की प्रोफेसर डॉ. सुरभि गुप्ता, फॉग्सी की संयुक्त सचिव रहीं डॉ. निहारिका मल्होत्रा, बोलने-सुनने में अक्षम होने के बाद भी संघर्ष कर आयकर अधिकारी बनीं राधा काकडिय़ा, महिला शांति सेना की अध्यक्ष वत्सला प्रभाकर और सचिव शीला बहल, सेंट पीटर्स कॉलेज की पूर्व शिक्षिका पैंसी थॉमस, अग्र्रमाधवी महिला मंडल की ऊषा बंसल और आभा जैन, माधवी गौ सेवा समिति की बीना अग्र्रवाल और कल्याणम् फाउंडेशन की प्रतिभा भार्गव। 

ये रहे उपस्थित 

कैस्पर्स होम से विनीता अरोड़ा, शरन सेवा समिति से डॉ शोनू मेहरोत्रा, शैली भाटा, पवन मेहरोत्रा, लीडर्स आगरा से वंदना सिंह, अंजलि गुप्ता, सुनील जैन और डॉ. पार्थ सारथी शर्मा, नीलू धाकरे, सुभाषिनी पालीवाल, सरोज प्रशांत, रजनी देशवाल, स्कूल के प्रधानाचार्य चाल्र्स क्लेरेंस।  

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