CoronaVirus: कीड़े मारने की दवा से Corona पर लगेगा ब्रेक, Community transmission की होगी जांच

अपर मुख्य सचिव अमित मोहन ने की समीक्षा बैठक सामुदायिक प्रसार की जांच को होगा सीरो सर्वे। सैनेटाइजेशन मास्क और शारीरिक दूरी के लिए सख्ती के निर्देश बाजारों पर रखी जाए नजर।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 08:51 AM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 10:47 AM (IST)
CoronaVirus: कीड़े मारने की दवा से Corona पर लगेगा ब्रेक, Community transmission की होगी जांच
CoronaVirus: कीड़े मारने की दवा से Corona पर लगेगा ब्रेक, Community transmission की होगी जांच

आगरा, अजय दुबे। कोरोना के संक्रमण पर ब्रेक लगाने के लिए पेट के कीड़े मारने वाली दवा हॉट स्पॉट क्षेत्रों के साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को दी जाएगी। वहीं, कोरोना का सामुदायिक प्रसार कम्युनिटी ट्रांसमिशन तो नहीं हो रहा है, इसके लिए सीरो सर्वे खून के सैंपल लेकर कोरोना एंटीबॉडी कराया जाएगा। सोमवार को अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने सर्किट हाउस में आगरा के साथ ही मथुरा और फीरोजाबाद के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम और कोरोना से हो रही मौतों को कम करने पर चर्चा की।

अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने मुंबई की मलिन बस्ती धारावी में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के लिए इस्तेमाल की गई पेट के कीड़े मारने वाली दवा आइवरमेक्टिन पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस दवा को हॉट स्पॉट, मलिन बस्ती और कलस्टर में दे सकते हैं, साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को भी यह दवा दी जाए। जिससे संक्रमण पर ब्रेक लगाया जा सके। उन्होंने आगरा में सामुदायिक प्रसार के बारे में सवाल किया, इस पर डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि यहां सब्जी विक्रेता, बाजार की दुकानें, कॉलोनियों सहित अलग अलग जगह से कोरोना के सैंपल लिए गए। मगर, कोरोना के नए केस नहीं मिले हैं, सामुदायिक प्रसार के लिए जालमा संस्थान द्वारा सीरो सर्वे कराया जा चुका है। इसके रिजल्ट पता नहीं है, अपर मुख्य सचिव अमित मोहन ने कहा कि पूरे प्रदेश में सामुदायिक प्रसार के लिए सीरो सर्वे कराया जाएगा। उन्होंने सैनेटाइजेशन, मास्क का इस्तेमाल, शारीरिक दूरी के साथ ही पांच दिन खुल रहे बाजारों में सख्ती से मानकों का पालन कराने के निर्देश दिए। आगरा में कोरोना का संक्रमण और मौत का आंकडा कम होने पर प्रोत्साहित किया। मंडालयुक्त अनिल कुमार, जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह, एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय काला, सीएमओ डॉ आरसी पांडे सहित मथुरा और फीरोजाबाद के अधिकारी मौजूद रहे।

मथुरा में एक साथ क्यों हुई 10 मौतें

अपर मुख्य सचिव ने मथुरा के अधिकारियों से पूछा कि मथुरा में एक साथ 10 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी, ऐसा क्यों हुआ, उन्होंने जवाब दिया कि मरीज, आगरा, निजी अस्पताल सहित अलग अलग जगह पर भर्ती थे, दो दिन में ये मौतें हुईं थी।

फीरोजाबाद में कंट्रोल, सैंपल बढाएं

फीरोजाबाद में कोरोना का संक्रमण कंट्रोल है, लेकिन कोरोना संदिग्धों के सैंपल बढाए जाएं। जिससे प्रारंभिक अवस्था में ही मरीजों को इलाज मिल सके।

कोरोना संक्रमितों की जान बचाने में एसएन का इलाज बनेगा नजीर

समीक्षा बैठक में एसएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज और किस तरह से केस कम हो रहे हैं, इस पर प्राचार्य डॉ संजय काला ने प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि एसएन में तीन टीमें गठित की गईं, इन टीमों को अलग अलग काम दिए गए। एक टीम ने इलाज, दूसरे टीम ने आइसीयू में मरीजों की देखभाल और तीसरी टीम ने कंट्रोल रूम में हाई डेफिनेशन कैमरा से मरीजों पर नजर रखी। कोरोना के केस में मरीज को आक्सीजन की जरूरत होती है, हाई फ्लो नैजल कैनुला से मरीजों को आक्सीजन दी जा रही है। स्टेरॉयड, एंटीबायोटिक, एचसीक्यूएस के साथ ही प्लाज्मा थैरेपी से मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इससे मरीजों की जान बच रही है। अन्य जिलों में भी इसी तरह से इलाज किया जाएगा। 

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