Agra News: C-295 विमान के जांबाज इस साल से होंगे तैयार, वायु सेना स्टेशन में बन रहा स्क्वाड्रन, 11 घंटे उड़ान की है खासियत

Agra News सी-295 एक सामरिक परिवहन विमान है जिसे सैन्य कर्मियों और कार्गो की आवाजाही के लिए तैयार किया गया है। यह विमान हर तरह की हवाई पट्टी पर उतरने की काबिलियत रखता है। विमान में ऑटो रिवर्स क्षमता है जो कि 12 मीटर चौड़े यानी संकीर्ण रनवे पर 180 डिग्री मुड़ने में सक्षम है। सैन्य सामान लाना-ले जाना और सुविधाजनक और आसान हो जाता है।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek Saxena Publish:Wed, 24 Apr 2024 08:57 AM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2024 08:57 AM (IST)
Agra News: C-295 विमान के जांबाज इस साल से होंगे तैयार, वायु सेना स्टेशन में बन रहा स्क्वाड्रन, 11 घंटे उड़ान की है खासियत
सितंबर 2023 में भारतीय वायु सेना ने स्पेन से की है खरीद

HighLights

  • सितंबर 2023 में भारतीय वायु सेना ने स्पेन से की है खरीद
  • 480 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है विमान

जागरण संवाददाता, आगरा। Agra Airbase News , C-295 Squadron , C-295 Aircraftवायु सेना स्टेशन आगरा में एक और मालवाहक विमान सी-295 का स्क्वाड्रन बन रहा है। स्टेशन परिसर में बने सिम्युलेटर में भारतीय वायु सेना के पायलट को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

इस साल से विमान के जांबाज तैयार होंगे। अभासी विमान में जो भी पायलट पास होते जाएंगे। वह अगले चक्र में प्रवेश करेंगे और फिर जांबाजों को विमान उड़ाने का मौका मिलेगा। वायु सेना ने सितंबर 2023 में स्पेन से सी-295 विमान की खरीद की थी। यह लगातार 11 घंटे उड़ सकता है।

ये हैं विमान की खासियतें

अगर विमान सी-295 की बात की जाए तो इसमें कई खासियत हैं। यह मालवाहक विमान है। इस विमान में एक वाटर बाम्बर, एक एयर टैंक भी होता है। आपातकाल में यह विमान लड़ाकू विमानों सहित अन्य को हवा से हवा में ईंधन दे सकता है। इससे विमानों को ईंधन लेने के लिए लैंड करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

ये भी पढ़ेंः School Time Change: माैसम विभाग की लू की चेतावनी, यूपी के इस जिले में बदला स्कूलों का समय, अब इतने बजे होगी छुट्टी

71 सीटर का विमान 670 मीटर के रनवे से उड़ान भर सकता है। साथ ही 320 मीटर लंबे रनवे पर लैंडिंग हो सकती है। यह दुर्गम क्षेत्रों में भी उतर सकता है। वायु सेना स्टेशन आगरा में प्रमुख रूप से सी-17 ग्लोब मास्टर, सी-130-जे हरक्यूलिस, एएन-32, आइएल-76 व 78 जैसे विमान हैं। इन सब विमानों के बीच अब यह विमान भी रहेगा।

ये भी पढ़ेंः पुलिस कमिश्नर साहब, एक बेटी का दर्द सुनिए...'बुलडोजर बाबा नारी के साथ गलत करने वाले भाजपा के होंगे तो नहीं होगी कार्रवाई' ?

यह विमान सभी मौसम में बहुआयामी भूमिका निभा सकता है। वायु सेना द्वारा स्टेशन परिसर में सिम्युलेटर बनाया जा रहा है। इसमें पायलटों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। हालांकि इस विमान को उड़ाने के लिए पहले भी कई पायलटों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। 

chat bot
आपका साथी