Impact of CoronaVirus: चार माह से केवल ट्रेनों का हॉर्न, नहीं रुकी आगरा के इस स्टेशन पर गाड़ी

Impact of CoronaVirus राजा मंडी स्टेशन पर नहीं है किसी भी ट्रेन का स्टॉपेज। पहले हर दिन 50 ट्रेनें रुकती थीं 10 हजार यात्री करते थे यात्रा।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 04:13 PM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 04:13 PM (IST)
Impact of CoronaVirus: चार माह से केवल ट्रेनों का हॉर्न, नहीं रुकी आगरा के इस स्टेशन पर गाड़ी
Impact of CoronaVirus: चार माह से केवल ट्रेनों का हॉर्न, नहीं रुकी आगरा के इस स्टेशन पर गाड़ी

आगरा, जागरण संवाददाता। शहर के बीच में बने राजा की मंडी रेलवे स्टेशन पर चार माह पहले सैकड़ों यात्रियों की आवाजाही रहती थी। हर दिन यहां पर चार दर्जन से अधिक ट्रेनों का ठहराव होता था। बंदी के बाद से स्टेशन पर सन्नाटा पसरा है। ट्रेनें शुरू हो गईं, लेकिन अभी यहां पर किसी ट्रेन का ठहराव नहीं हुआ है। स्टेशन पर मौजूद कर्मचारी केवल ट्रेन का हॉर्न ही सुनते हैं और झंडी दिखाते हैं।

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च से बंदी हुई थी। रेलवे ने भी सभी यात्री ट्रेनों को बंद कर दिया था। इसके बाद एक जून से अनलॉक-1 में रेलवे ने 200 ट्रेनों का संचालन शुरू किया। इसमें करीब 20 ट्रेनों का आगरा में ठहराव हो रहा है। कैंट स्टेशन पर एक दर्जन ट्रेनों का स्टॉपेज है, लेकिन राजा की मंडी स्टेशन पर अभी किसी ट्रेन का ठहराव नहीं किया गया है। पिछले चार माह से राजा मंडी स्टेशन पर कोई ट्रेन नहीं रुकी है। ऐसे में स्टेशन पर चलने वाली खान-पान की स्टॉल बंद पड़ी है। इतना ही नहीं कुली भी बेरोजगार हो गए हैं। स्टेशन पर भी सन्नाटा पसरा रहता है।

50 ट्रेनों का था स्टॉपेज

स्टेशन अधीक्षक राजेंद्र कुमार ने बताया कि बंदी से पहले यहां पर अप-डाउन में 40 मेल एक्सप्रेस और 10 पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव था। करीब 10 हजार यात्री यहां से आता-जाता था। चार माह से स्टेशन पर सन्नाटा है। स्टेशन पर करीब 60 कर्मचारी तैनात हैं।

टिकट बुक कराने आ रहे यात्री

ट्रेनों का संचालन होने से स्टेशन की आरक्षण खिड़की पर जरूर चहल-पहल रहती है। लोग टिकट बुक कराने या फिर निरस्त हुई टिकट लेने के लिए आते हैं। शहर के बीच में होने के कारण ज्यादातर लोग यहां से बुकिंग कराना पसंद करते हैं। हर दिन 40-50 लोग आते हैं। बस यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए यहां नहीं आते हैं।  

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