देखें कैसे आधी दूरी पर ही हांफ गया पुलिस का हार्स राइडिंग स्कूल

शहीद सिपाही सतीश के नाम पर पांच साल पहले किया था शुरू। दो दर्जन लोगों ने सीखी थी घुड़सवारी, फिर नहीं मिले सवार।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 11:47 AM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 11:47 AM (IST)
देखें कैसे आधी दूरी पर ही हांफ गया पुलिस का हार्स राइडिंग स्कूल
देखें कैसे आधी दूरी पर ही हांफ गया पुलिस का हार्स राइडिंग स्कूल

आगरा(जेएनएन): पुलिस का हॉर्स राइडिंग स्कूल शहर में लंबी रेस नहीं कर पाया। आधी दूरी पर ही हांफ गया। शुरुआत में दो दर्जन लोगों ने घुड़सवारी में दिलचस्पी दिखाई। विभाग ने प्रचार-प्रसार की जरूरत न समझी तो शहर से भी सवार नहीं मिले। हालांकि विभाग अब स्कूल को फिर से शुरू करने पर विचार कर रहा है।

वर्ष 2013 में मथुरा के हाथिया गांव में दबिश के दौरान आगरा पुलिस का सिपाही सतीश शहीद हो गया था। तत्कालीन एएसपी प्रभाकर चौधरी की पहल पर सतीश के नाम पर 29 अक्टूबर 2013 को ईदगाह गुरुद्वारा के पास पुलिस हॉर्स राइडिंग स्कूल शुरू किया गया था। इसके लिए 200 रुपये प्रति घंटे घुड़सवारी का शुल्क रखा था। शुरुआत में 20 लोगों ने स्कूल की सदस्यता ली थी। प्रशिक्षण के लिए 13 घोड़े रखे थे। लगभग तीन साल तक यह स्कूल वहां चला। मगर, पुलिस द्वारा स्कूल का प्रचार-प्रसार न कराने से घुड़सवारी सीखने आने वालों की संख्या धीरे- धीरे कम होती गई। दो साल पहले स्कूल बंद हो गया। अब स्कूल के लिए नए सिरे से जमीन तलाशी जा रही है। पुलिस के घुड़साल में इस समय 20 घोड़े हैं। इनमें बलवान, मस्तमौला, राउडी, टाइगर, अजय, सोनू, तेजस एवं चेतन-द्वितीय हैं। इन सभी को इंतजार अभी इंतजार है अपने प्रशिक्षुओं का। इधर विभाग प्रयास कर रहा है कि जल्द से जल्द हॉर्स राइडिंग स्कूल शुरू किया जाए।

एसएसपी अमित पाठक कहते हैं कि हॉर्स राइडिंग स्कूल के लिए दूसरी जगह तलाशी जा रही है। विदित हो कि पुराने स्कूल पर विभागीय भवन का निर्माण करा दिया गया है।

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