अक्षय तृतीया पर इस देश के फूल गोवर्धन को बनाएंगे फूलों की घाटी

मलेशिया का कॉकरेट फूल देगा गिरिराजजी को ठंडक। पुष्पमहल में विराज सर्वांग चंदन लेप में दर्शन देंगे प्रभु।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 04 May 2019 03:38 PM (IST) Updated:Sat, 04 May 2019 03:38 PM (IST)
अक्षय तृतीया पर इस देश के फूल गोवर्धन को बनाएंगे फूलों की घाटी
अक्षय तृतीया पर इस देश के फूल गोवर्धन को बनाएंगे फूलों की घाटी

आगरा, जेएनएन। अक्षय तृतीया पर मंगलवार को गिरिराज तलहटी फूलों की घाटी बनी नजर आएगी। प्रभु के श्रृंगार में सजे रंग-बिरंगे पुष्प जहां भक्तिभाव को नया आयाम देंगे, वहीं गिरिराज के श्रृंगार का हिस्सा बनने वाले फूल खुद भी अपनी किस्मत पर इठलाते नजर आएंगे। मंदिर में चारों तरफ फूलों की लड़िया और बुके दर-ओ-दीवार को खूबसूरती प्रदान करते नजर आएंगे।

मुकुट मुखारविंद मंदिर के सहायक प्रबंधक संतोष शर्मा ने बताया कि फूल बंगला के लिए मलेशिया से खास तरह का पुष्प कॉकरेट गिरिराज की सेवा में मंगाया गया है। विदेशी घास भी मंदिर प्रांगण की शोभा में चार चांद लगाएगी। गुलाब, गेंदा, गिलाट, मोगरा, पान पराग के पत्ते, चमेली का प्रयोग सजावट में किया जाएगा। गुलदावरी और कुंद के पुष्प इंदौर और बंगलुरू से मंगाए हैं तो रजनीगंधा दिल्ली से आएगा। पवित्रता, सुंदरता और भक्ति का अनूठा संगम वातावरण को अलौकिक बना देगा। प्रसिद्ध मंदिर दानघाटी, मुकुट मुखारविंद, हर गोकुल, जतीपुरा स्थित मुखार¨वद मंदिर में फूल बंगला से गोवर्धन फूलों की घाटी नजर आएगी।

15 लाख तक लागत

फूल बंगले सजाने वाले प्रकाश सैनी बताते हैं कि एक बंगले में करीब 15 हजार से एक लाख तक की लागत आती है। बंगले की विशालता और खूबसूरती श्रद्धालु की आर्थिक स्थिति पर निर्भर करती है। भगवान सैनी के अनुसार तलहटी में फूलबंगला दो से तीन लाख रुपये में बनता है।

चंदन का लेप लगाएंगे

गिरिराजजी के मंदिरों में अक्षय तृतीया को लेकर तैयारी शुरू हो गई हैं। ठाकुरजी को गर्मी से बचाव के लिए शीतल खाद्य वस्तुएं ठंडाई, आम का रस, लस्सी के साथ प्रभु के सर्वांग में चंदन का लेप किया जाएगा। जिससे प्रभु का गर्मी से बचाव हो सके। मंदिर के पुजारियों ने बताया कि अक्षय तृतीया को लेकर अन्य तैयारियां भी की जा रही हैं। यह जल्द ही पूरी कर ली जाएंगी।

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