रोक के बावजूद खुलेआम लिंग परीक्षण, हरियाणा की 12वीं पास महिला के साहस से आगरा में रैकेट का पर्दाफाश

12वीं पास गभर्ववती के हौसले से पकड़ा गया आगरा में लिंग परीक्षण रैकेट। नूह हरियाणा की छद्म गर्भवती को साथ लेकर किया गया स्टिंग आपरेशन। स्वास्थ्य विभाग को नहीं दे रहा कोई सूचना। लिंग परीक्षण की जानकारी देने पर स्वास्थय विभाग देता है इनाम।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Mon, 23 May 2022 11:28 AM (IST) Updated:Mon, 23 May 2022 11:28 AM (IST)
रोक के बावजूद खुलेआम लिंग परीक्षण, हरियाणा की 12वीं पास महिला के साहस से आगरा में रैकेट का पर्दाफाश
लिंग परीक्षण करते पाए जाने पर प्रिया हास्पिटल में कार्रवार्इ करती टीम।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा के प्रिया हास्पिटल में 12 वीं पास छद्म गर्भवती के हौसले से भ्रूण लिंग परीक्षण पकड़ा गया। वह हरियाणा की टीम के साथ यहां आई और स्टिंग कराया। वहीं, स्थानीय स्तर पर भ्रूण लिंग परीक्षण कराने के लिए मुखबिर योजना है। मगर, यहां स्वास्थ्य विभाग को कोई मुखबिर और छद्म गर्भवती नहीं मिल रही हैं। इसलिए कार्रवाई नहीं हो पा रही है।

स्टिंग में शामिल छद्म गर्भवती ने बताया कि वह 12 वीं पास है। एक बेटी है। उसका कहना है कि बेटियों को भी जीने का अधिकार मिलना चाहिए, उन्हें मौका मिले तो वे बेटों से भी बेहतर कर रही हैं। ऐसे में कुछ लोग हैं जो बेटियों की गर्भ में हत्या कर रहे हैं। इसलिए स्टिंग में शामिल हुई, डर नहीं लगा, ऐसे लोगों को पकड़वाने का जुनून है।

उधर, स्थानीय स्तर पर भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए मुखबिर योजना है। मगर, स्थानीय स्तर पर कई सालों से कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 2016 में प्रिया हास्पिटल में ही स्टिंग किया गया था। इसके बाद से कोई स्टिंग नहीं हुआ है।

लिंग परीक्षण पकड़वाने पर दो लाख रुपये

सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि मुखबिर योजना के तहत लिंग परीक्षण पकड़वाने वालों को दो लाख रुपये दिए जाते हैं। इसमें मुखबिर को 60 हजार रुपये, डिकाय (गर्भवती महिला) को एक लाख और सहायक को 40 हजार रुपये दिए जाते हैं। मुखबिर डीएम और सीएमओ कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

प्रिया हास्पिटल के संचालक डा. राजीव कुमार के खिलाफ तीसरी कार्रवाई

22 मार्च 2021 को एसटीएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रिया हास्पिटल के संचालक डा. राजीव कुमार के घर से मास्टर माइंड सरिता को पकड़ा था, बेड से अल्ट्रासाउंड की मशीन जब्त की थी। डा. राजीव कुमार फरार हो गया था।

2016 में पीसीपीएनडीटी की टीम ने स्टिंग कर प्रिया हास्पिटल के संचालक डा. राजीव कुमार सहित तीन को पकड़ा था, हास्पिटल सील किया गया।

भ्रूण लिंग परीक्षण में हुई कार्रवाई

जनवरी 2018 राजस्थान पीसीपीएनडीटी टीम ने मैक्स डायनोस्टिग एंड पैथोलाजी, बोदला रोड पर लिंग परीक्षण करते हुए संचालक अजय उपाध्याय और प्रीति कुलश्रेष्ठ को पकड़ा था

अक्टूबर 2017 में टेढ़ी बगिया में रुसखार बेगम के घर पर छापा, पोर्टेबल मशीन से लिंग परीक्षण करते हुए पकड़ा

जुलाई 2017 को आइएमए की पूर्व अध्यक्ष डॉ. निर्मला चोपड़ा सहित चार को लिंग परीक्षण करते हुए राजस्थान की टीम ने पकड़ा।

अप्रैल 2017 डॉ. रेनू भार्गव संचालिका भरत भार्गव हॉस्पिटल को लिंग परीक्षण करते पकड़ा। सिकंदरा थाने से छोड़ दिया गया।

अप्रैल 2017 को राजस्थान की टीम ने विद्या नर्सिग होम की संचालिका डॉ. विद्या गुप्ता सहित नर्स और दो दलाल गिरफ्तार किए थे।

जनवरी 2017 को संजीवनी हास्पिटल के संचालक डा. भूपेंद्र ने नर्स द्वारा चलाए जा रहे फर्जी लिंग परीक्षण रैकेट को पकड़वाया।

जून 2016 को डा. अमित गुप्ता अल्ट्रासाउंड सेंटर, आगरा कॉलेज के सामने स्टिंग के बाद छापा मारकर डा. अमित गुप्ता को गिरफ्तार किया गया, सेंटर सील।

सितंबर 2016 को सलीम मेमोरियल हास्पिटल, फतेहाबाद में संचालक अलीमुद्दीन (78), एएनएम शरबती, दलाल हर्ष चौधरी, हरवीर सिंह और कैलाश को गिरफ्तार किया गया।

स्थानीय स्तर पर की गई कार्रवाई

- डा. राजेश गुप्ता का ओनली अल्ट्रासाउंड सेंटर, सेंट पीटर्स के सामने सील किया, केस चल रहा है।

- डा. राजेश बंसल के अल्ट्रासाउंड सेंटर, संजय प्लेस को सील किया गया।

- प्रिया हॉस्पिटल और चमकलाल अल्ट्रासाउंड सेंटर यमुना पार का लाइसेंस निरस्त किया गया। 

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