महिमा ही ऐसी रही, गुरुर छोड़ इन दरवाजाेें पर सिर झुकाती रही सियासत

मथुरा के देवराह आश्रम में चुनाव के समय आए थे अटल इंदिरा और राजीव। वृंदावन और गोवर्धन के भी कई आश्रमों में आते रहे सियासतदां।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 04 Apr 2019 12:21 PM (IST) Updated:Thu, 04 Apr 2019 08:58 PM (IST)
महिमा ही ऐसी रही, गुरुर छोड़ इन दरवाजाेें पर सिर झुकाती रही सियासत
महिमा ही ऐसी रही, गुरुर छोड़ इन दरवाजाेें पर सिर झुकाती रही सियासत

आगरा, योगेश जादौन। सियासत के आगे सब झुकते हैं और यह अगर सत्ता हो तो अधिक नशीली हो जाती है। कुछ ड्योढिय़ां हैं, जहां सियासत अपना सारा गुरूर छोड़कर शरण में जाती रही है। मथुरा-वृंदावन क्षेत्र में ऐसे कई मठ और आश्रम हैं, जहां दिल्ली से लेकर लखनऊ तक की सियासत, सफलता का आशीर्वाद लेने घुटने पर आई। इंदिरा गांधी की पार्टी का चुनाव चिह्न तो कहते हैं संत देवराह बाबा का ही आशीर्वाद है।

भगवान श्रीकृष्ण की लीलाभूमि और संतों की साधना भूमि वृंदावन में राजनेताओं ने अपनी नैया पार करने को समय-समय पर दस्तक दी है। इंदिरा गांधी ने संतों का आशीर्वाद लिया तो वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक ने चुनावी रण में जाने से पहले बांकेबिहारी का आशीर्वाद लिया। जब-जब चुनाव हुए देश के कद्दावर नेता बांकेबिहारी की नगरी में जीत का आशीर्वाद लेने आते रहे।

धर्मनगरी में संतों से लेकर मंदिर तक ऐसे तमाम दर हैं, जहां देशभर के बड़े-बड़े नेता आए। वर्ष 1977 में हार के बाद वर्ष 1980 में लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने यमुना किनारे मचान पर साधनारत देवराह बाबा का आशीर्वाद लिया और चुनाव जीतकर सत्ता प्राप्त की। इसके बाद देवराह बाबा का आशीर्वाद लेने वर्ष 1989 में राजीव गांधी पहुंचे। इसके अलावा बलराम जाखड़, पूर्व गृह मंत्री बूटा सिंह, मुलायम सिंह यादव ने भी देवराह बाबा का आशीर्वाद समय-समय पर लिया।

सोनिया-राहुल भी पहुंच चुके हैं बांकेबिहारी के दरबार

वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव से पहले तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने आई थीं। सम्मेलन में जाने से पहले उन्होंने बांकेबिहारी के दर्शन कर जीत का आशीर्वाद लिया। इसके बाद 2016 में राहुल गांधी ने भी प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले मथुरा में पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने से पहले ठा. बांकेबिहारीजी का आशीर्वाद लिया।

ये नेता भी आते रहे जनता दल सरकार में मुख्यमंत्री बने मुलायम सिंह यादव ने सपा गठन के बाद संत विज्ञानाचार्य के आश्रम में अनुष्ठान कराए। बसपा नेता रामवीर उपाध्याय भी जब-जब चुनावी जंग में उतरे तब-तब उन्होंने श्रीपाद बाबा आश्रम में पूजा करने के बाद ही चुनावी शंखनाद किया।  वर्ष 2017 में राहुल गांधी ठाकुर द्वारिकाधीश जी के मंदिर में आए बाबा जयगुरुदेव आश्रम में शिवपाल सिंह यादव लगातार आते रहे हैैं।

इंदिरा को गले की माला मां आनंदमयी ने दी

वृंदावन निवासी आयुर्वेदाचार्य डॉ. श्रीकृष्ण शर्मा बताते हैं कि इंदिरा गांधी पर देवराह बाबा के अलावा मां आनंदमयी माता की विशेष कृपा थी। इंदिरा गांधी के गले में रुद्राक्ष की जो माला पड़ी थी, वह मां आनंदमयी द्वारा ही दी गई थी। राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेई, मुलायम सिंह यादव जैसे दिग्गज नेता समय-समय पर वृंदावन आते रहे हैं। 

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