आगरा में बन रहे थे फर्जी आधार कार्ड, पार्षद और प्रधान की मुहर से सत्यापन, खर्चा 500 से एक हजार रुपये

Agra News पार्षद और प्रधान की फर्जी मुहर से बन रहे थे आधार कार्ड। संजय प्लेस में आधार सेवा केंद्र पर पुलिस का छापा। सरगना समेत तीन आरोपित गिरफ्तार एक फरार। पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि कितने लोगों के आधार कार्ड इनके द्वारा बनाए गए हैं।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 26 Mar 2023 07:09 AM (IST) Updated:Sun, 26 Mar 2023 07:09 AM (IST)
आगरा में बन रहे थे फर्जी आधार कार्ड, पार्षद और प्रधान की मुहर से सत्यापन, खर्चा 500 से एक हजार रुपये
Agra News: फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गैंग का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा के संजय प्लेस में आधार सेवा केंद्र मेें पार्षद और प्रधान की फर्जी मुहर से आधार कार्ड बनाए जा रहे थे। गिरोह अधिकारियों की फर्जी मुहर से सत्यापन कर आधार कार्ड बनाता था। जिसके लिए वह 500 से एक हजार रुपये तक वसूलता था। लोगों को फर्जी आधार कार्ड बनाकर देता था।

तीन आरोपित किए गिरफ्तार

पुलिस ने छापा मारकर गिरोह के सरगना समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे आधार के आवेदन, फर्जी मुहरें समेत कई चीजें बरामद की हैं।

पार्षद और प्रधान की 10 फर्जी मुहरें बरामद

पुलिस उपायुक्त विकास कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों के नाम मनोज तोमर और आकाश झा निवासी गांव लखुरानी शमसाबाद, फरहान खान निवासी मलपुरा हैं। पुलिस को संजय प्लेस में आधार सेवा केंद्र पर फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह की जानकारी मिली थी। प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार ने टीम के साथ छापा मारा। वहां से पार्षद और प्रधान की 10 फर्जी मुहरें, छह आधार फार्म भरे व मुहर लगे हुए, एक जन्म प्रमाण पत्र बरामद किया है।

आधार केंद्र पर रहता था युवक

आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि आधार कार्ड बनवाने के लिए पार्षद, प्रधान और राजपत्रित अधिकारियों से फार्म को सत्यापन कराने की जरूरत होती है। जिन लोगों के पास यह नहीं होता, गिरोह उनसे 500 से एक हजार रुपये तक वसूलता था। मनोज तोमर ने बताया कि वह आधार केंद्र पर रहता था। फरहान लोगों को तलाश करता था। आकाश की शमसाबाद में दुकान में है। वह मुहर बनाने का काम करता था। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपितों ने कितने लोगों का आधार कार्ड बनाया।

डाकघर के आसपास सक्रिय रहते थे सदस्य

आरोपितों ने बताया कि बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र आदि बनवाने के लिए अभिभावकों को आधार कार्ड की जरूरत होती है। इसके लिए वह संजय प्लेस डाकघर के आसपास सक्रिय रहते थे। यहां से निकलने वाले लोगों से जन्म प्रमाण पत्र या सत्यापन कराने के बारे में पूछ लेते थे। जिसे आधार आवेदन पत्र सत्यापित तत्काल चाहिए होता, उससे एक हजार रुपये वसूलते थे। दूर-दराज के लोगों द्वारा कुछ ही घंटे में सत्यापित आवेदन पत्र और आधार कार्ड लेकर आने पर डाकघर के कर्मचारियों को भी कई बार शक हुआ था।

शहर में कई केंद्रों पर चल रहा है खेल

पार्षद और प्रधान की फर्जी मुहर लगा सत्यापन कर लोगों के आधार कार्ड बनाने का खेल कई केंद्रों पर चल रहा है। पुलिस अब अब ऐसे केंद्रों के बारे में जानकारी हासिल कर रही है। साक्ष्य मिलने पर ऐसे केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बांग्लादेशी घुसपैठियों के इसी तरह बने थे फर्जी आधार कार्ड

सेक्टर 14 आवास विकास कालोनी सिकंदरा में खुफिया एजेंसी और पुलिस ने छापा मारा था। वहां से 32 बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। घुसपैठियों के आधार कार्ड भी इसी तरह से बने थे। ग्राहक सेवा केंद्र वालों ने उनसे दो हजार रुपये तक वसूले थे। पार्षद के सत्यापन की फर्जी मुहर लगाकर उनके आधार कार्ड तैयार किए थे। 

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