32 सीसीटीवी और एलआइयू की निगरानी में है किस्‍मत का ताला, 23 को खुलेगा राज

तीन अधिकारी भी कर रहे आठ-आठ घंटे की पहरेदारी। सुरक्षाबल चार और पुलिसकर्मी दे रहे आठ घंटे की ड्यूटी।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sun, 05 May 2019 05:06 PM (IST) Updated:Sun, 05 May 2019 05:06 PM (IST)
32 सीसीटीवी और एलआइयू की निगरानी में है किस्‍मत का ताला, 23 को खुलेगा राज
32 सीसीटीवी और एलआइयू की निगरानी में है किस्‍मत का ताला, 23 को खुलेगा राज

आगरा, जेएनएन। स्ट्रांग रुम में जमा ईवीएम की निगरानी का काम 32 सीसीटीवी संभाल रहे हैं। कंट्रोल रूम में भी अफसर आठ घंटा पहरेदारी का दायित्व संभाल रहे हैं, जबकि सुरक्षा बलों जवान और पुलिसकर्मी ईवीएम की सुरक्षा में जुटे हैं।

मैनपुरी संसदीय सीट के लिए बीते माह 23 अप्रैल को मतदान होने के बाद 1731 ईवीएम को मंडी समिति के गोदामों में कड़ी सुरक्षा के बीच रखवाया गया। सभी गोदामों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा बल और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं तो एलआइयू भी यहां निगरानी का दायित्व संभाल रही है। ईवीएम जमा वाले गोदामों को चारों ओर से बल्लियों से बेरीकेडिंग करके सुरक्षित किया गया है।

स्ट्रांग रुम की सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षा बल चार-चार घंटे बाद ड्यूटी बदलते हैं तो पुलिसकर्मी आठ घंटे बाद पाली बदलते हैं। समूचे स्ट्रांग रूम को 32 सीसीटीवी कैमरों से कवर किया गया है। इसके लिए कंट्रोल रूम भी बना है, जिसमें मंडी समिति, क्रीड़ा अधिकारी और नेडा अधिकारी आठ-आठ घंटे की पहरेदारी के लिए तैनात किए गए हैं।

होने लगी तैयारियां

अब प्रशासन मतगणना की तैयारियों को जुट गया है। मतगणना कराने में लगाए जाने वाले कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए भी यहां इंतजाम हो रहे हैं। स्ट्रांग रूम के चारों ओर खंभों पर लाउडस्पीकर लगाए गए हैं तो बल्लियों से पूरे क्षेत्र को कवर किया जा रहा है।

17 दिन बाद खुलेगा किस्मत का ताला

ईवीएम में कैद प्रत्याशियों के भाग्य का ताला 17 दिन बाद, यानि 23 मई को खुलेगा। परिणामों को लेकर प्रत्याशी और समर्थकों से ज्यादा नागरिकों को इसका इंतजार होने लगा है। लंबी चुनावी प्रक्रिया को उबाऊ बता रहे नागरिक अब सांसद बनने वाले का नाम सुनने को उतावले दिख रहे हैं।

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