बटेश्वर में उमड़ा आस्था का सैलाब, बम भोले की गूंज

ब्रह्मालाल जी मंदिर में श्रद्धालु और कांवड़ियों ने किया जलाभिषेक दिन भर लगी रही लाइन

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Mar 2021 06:05 AM (IST) Updated:Fri, 12 Mar 2021 06:05 AM (IST)
बटेश्वर में उमड़ा आस्था का सैलाब, बम भोले की गूंज
बटेश्वर में उमड़ा आस्था का सैलाब, बम भोले की गूंज

जागरण टीम, आगरा। महाशिवरात्रि पर्व पर गुरुवार को बटेश्वर में आस्था का सैलाब उमड़ा। बम भोले के जयघोषों के साथ सोरों (कासगंज) से आए कांवड़ियों ने ब्रह्मालाल जी मंदिर में शिवलिंग का जलाभिषेक किया। दिन भर मंदिर में श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही।

गुरुवार तड़के ही यहां श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था। चार बजे से यमुना नदी में स्नान शुरू हो गया। मंदिर परिसर में बम भोले के जयघोष और घंटों की घनघनाहट गूंजती रही। ब्रह्मालाल जी मंदिर के पट खुलते ही श्रद्धालुओं की लाइन लग गई। सुरक्षा व्यवस्था के लिए सीओ प्रदीप कुमार, इंस्पेक्टर बाह विनोद कुमार और एसओ जैतपुर योगेंद्र पाल के अलावा बाह व पिनाहट सर्किल के सभी थानों का पुलिस फोर्स व 43वीं वाहिनी पीएसी एटा के जवान तैनात रहे। एक लाख से अधिक पहुंचे श्रद्धालु

ब्रह्मालाल जी मंदिर के महंत जयप्रकाश गोस्वामी के मुताबिक महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख से अधिक रही। यहां तीन हजार कांवड़ चढ़ाई गई। एक किलोमीटर लंबा जाम

बटेश्वर में बड़े और दोपहिया वाहनों का बुधवार देरशाम से ही आना शुरू हो गया था। गुरुवार सुबह खांद पर पुलिस वे बैरीकेडिंग तो की लेकिन बड़े वाहनों को नहीं रोका जा सका। यही वजह रही कि यहां एक किलोमीटर से भी लंबा जाम लग गया। बटेश्वर में पार्किंग की व्यवस्था में तैनात लोगों ने वाहन चालकों से मनमाना शुल्क वसूला। वनखंडेश्वर मंदिर में उमड़ते रहे श्रद्धालु

बटेश्वर के बीहड़ इलाके में बसे वनखंडेश्वर मंदिर पर भी दिन भर श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंचती रही। मंदिर महंत शिवदास और संतोष गोस्वामी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर इस मंदिर की मान्यता को देखते हुए देरशाम तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु और कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया। कांच चुभने से 150 श्रद्धालु लहूलुहान

सोरों से कांच की बोतलों में गंगाजल लेकर पहुंचे कांवड़ियों ने जलाभिषेक के बाद मंदिर परिसर में ही कांच की बोतलें फेंक दीं। इससे यहां दर्शन को आए 150 श्रद्धालुओं के पैर लहूलुहान हो गए। सीएचसी बटेश्वर के डा. राहुल कुमार ने पास ही टिनशेड में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में उनका उपचार किया। श्रद्धालुओं ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण ही उनके पैर लहूलुहान हुए हैं। जलाभिषेक के बाद कांच की बोतलें वहां नहीं फेंकने दी जातीं तो श्रद्धालुओं को परेशान न होना पड़ता।

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