Agra Paras Hospital Case: श्री पारस अस्पताल प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की मांग, अधिवक्ताओं ने दर्ज कराई शिकायत
Agra Paras Hospital Case अधिवक्ताओं की संस्था जनमंच ने आइएमए के बयान की निंदा की एडीएम सिटी से मिले। अस्पताल संचालक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग। जनमंच के पदाधिकारियों ने कहा कि इस तरह का कृत्य करने वालों की आत्मा मर चुकी है।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमित मरीजों की आक्सीजन बंद करने को मौत की माकड्रिल के आरोपित श्री पारस अस्पताल प्रकरण की जांच अधिवक्ताओं ने सीबीआई से कराने की मांग की है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण जनमंच के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को एडीएम सिटी से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। जनमंच ने आइएमए के बयान की निंदा करते हुए अस्पताल के संचालक डाक्टर अरिंजय जैन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की।
जनमंच ने एडीएम सिटी को दिए ज्ञापन में कहा कि श्री पारस अस्पताल के डाक्टरों ने जानबूझ कर माक ड्रिल के नाम पर अपने यहां भर्ती कोरोना मरीजों की आक्सीजन बंद की। इससे मरीजों की मौत हो गई।इसके जिम्मेदार श्री पारस अस्पताल और उसके डाक्टर हैं। इन सभी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई होना जरूरी है। वहीं, जनमंच ने आइएमए का बयान की भी निंदा की है। जनमंच ने कहा कि इस तरह के बयानों से साबित होता है कि वह जांच को प्रभावित करेंगे।
इसके लिए अधिवक्ताओं ने सरकार से आक्सीजन बंद करने की माक ड्रिल करके मरीजों की जान लेने के मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की। जनमंच के पदाधिकारियों ने कहा कि इस तरह का कृत्य करने वालों की आत्मा मर चुकी है। एडीएम सिटी को ज्ञापन देने वालों में चौधरी अजय सिंह एडवोकेट, करतार सिंह भारती, सत्येंद्र यादव, विजय सिंह, जीतेंद्र चौहान, वीरेंद्र फाैजदार, सुरेंद्र लाख्न, जसवंत सिंह, उदयवीर सिंह, प्रदीप राठौर, राहुल राज कुमार, एसके सैनी, रामबाबू, अमर सिंह, कमल सिह आदि थे।