आखिरकार खत्म हुआ लाश का इंतजार

आगरा: फिरोजाबाद जिले के सिरसागंज के पैंगू गढ़ी में चार दिनों से गांव में मातम का माहौल है। महिलाएं विलाप कर रही हैं। उधर पोस्टमार्टम गृह में रखा श्यामवीर का शव अपनों का इंतजार कर रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 May 2018 03:38 PM (IST) Updated:Fri, 25 May 2018 05:01 PM (IST)
आखिरकार खत्म हुआ लाश का इंतजार
आखिरकार खत्म हुआ लाश का इंतजार

आगरा(जागरण संवाददाता): आखिरकार लाश का इंतजार खत्म हुआ। चार दिन से पोस्टमार्टम गृह में लाश अपनों का इंतजार कर रही थी। लेकिन अपने अटके हुए थे परिवार के अन्य गायब लोगों की वापस लाने की मांग को लेकर। शुक्रवार शाम को यादव महासभा की पहल पर पुलिस और पीड़ित के परिजनों में समझौता हुआ। फिरोजाबाद जिले के सिरसागंज के पैंगू गढ़ी के श्यामवीर का शव थाना उत्तर पुलिस लेकर गांव रवाना हुई। यादव महासभा के जिलाध्यक्ष अवधेश यादव के अनुयास जिलाधिकारी ने 15 बीघा जमीन, 500000 रुपये का मुआवजा और मजिस्ट्रेट जांच कराने के की शर्ते मान ली। इसके बाद ही परिजन शव लेने को तैयार हुए।

चार दिनों से पैंगू गढ़ी में सियासी ड्रामा चल रहा था। शव की सुपुर्दगी के बाद शुक्रवार को इस ड्रामें पर विराम लगने के संकेत मिल रहे हैं। हालाकि परिवार का दूसरा बेटा धर्मवीर अब भी गायब है। पीड़ित परिवार की महिलाएं धर्मवीर की बरामदगी को लेकर मांग कर रही हैं। उन्हें उसके साथ भी किसी अनहोनी के होने का डर सता रहा है।

बता दें कि सोमवार को श्यामवीर की हत्या के बाद से हंगामा चल रहा है। श्यामवीर की मौत से परिवार गम में डूबा है तो साथ साथ चिंता है दूसरे भाई धर्मवीर की। घर का इकलौता वही पुरुष है, जिसकी पिछले चार दिनों से कोई खोज खबर नहीं लग सकी है। ऐसे में परिजन चिंतित हैं प्रशासन को कोस रहे हैं। उधर गुरुवार को हत्याकांड में एफआइआर को लेकर हुए हंगामे में जेल भेजे गए सपा विधायक हरिओम यादव और उनके बेटे समेत पांच को कोर्ट से जमानत मिल गई। जेल से छूटने के बाद विधायक और छोटू यादव पीड़ित परिवार और गांववालों के साथ ही गांव में मौजूद हैं। गुरुवार को एसडीएम चंद्रभानु व अन्य अधिकारी भी पूरे दिन गांव में जमे रहे। उन्होंने भी श्यामवीर के शव को अपनाने के लिए परिजनों को समझाया लेकिन श्यामवीर की मां धन देवी का एक ही कहना था कि परिवार में कोई मर्द न हो तो लाश का अंतिम संस्कार कौन करेगा। इन सब बातों पर यादव महासभा द्वारा समझौते ही पहल के बाद विराम लग गया।

आस- पास के गांव में पुलिस कर रही फ्लैग मार्च

पैंगू गढ़ी में हालांकि खौफ भरा सन्नाटा है। घरों से पुरुष गायब हैं लेकिन पुलिस को अंदेशा है कि गांव के लोग आसपास के गांवों में ही छिपे हो सकते हैं। ऐसे में पुलिस ने गुरुवार को पैंगू गढ़ी के निकट स्थित नगला हरिया सहित आसपास के गांव में फ्लैग मार्च भी किया।

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