सीएम ने पीएम के सामने रखे आंकड़े, कहा स्वच्छता मिशन से आई असमय मौतों में कमी Agra News

स्वच्छता पर पहली सरकारों ने नहीं दिया ध्यान वर्ष में होती थी 50 हजार मौतें। मुख्यमंत्री ने पेश किए पूर्वाचंल के चार जिलों के आंकड़े।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 11 Sep 2019 05:51 PM (IST) Updated:Wed, 11 Sep 2019 08:08 PM (IST)
सीएम ने पीएम के सामने रखे आंकड़े, कहा स्वच्छता मिशन से आई असमय मौतों में कमी Agra News
सीएम ने पीएम के सामने रखे आंकड़े, कहा स्वच्छता मिशन से आई असमय मौतों में कमी Agra News

आगरा, मनोज चौधरी। स्वच्छता मिशन से असमय हो रही मौतों में कमी आई है। पिछले चार दशकों में पचास हजार से अधिक मौतें मस्तिष्क ज्वर से हुईं थीं। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष पूर्वांचल के चार जिले गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महाराजगंज के चार साल में मस्तिष्क ज्वर और जापानी इंसेफेलाइटिस से हुई मौतों के आंकड़े भी प्रस्तुत किए और कहा कि आज केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंच रहा है।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ वेटेरिनरी यूनिवर्सिटी कैंपस में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण कार्यक्रम और देश व्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम का शुभारंभ करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में आम सभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने जिस प्रकार से 2014 में हाथ में झाड़ू लेकर स्वच्छता को जनांदोलन की शुरुआत की थी। आज उसी का परिणाम है कि गंदगी से फैलने वाली बीमारियां दम तोड़ रही हैं। स्वच्छता मिशन की सफलता का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह मिशन आबादी को बीमारियों से बचाने का काम कर रहा है। पूर्वी यूपी के देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर और महाराजगंज जिले का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा पिछले चार दशकों में मस्तिष्क ज्वर (जापानीज इंसेफेलाइटिस) के कारण 50,000 से अधिक बच्चों की मौत हुई हैं। पिछली सरकारों ने जनता की इस पीड़ा को मिटाने के प्रति उदासीन बरती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता की इस पीड़ा को समझा और स्वच्छता मिशन की शुरुआत की। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मिशन को आगे बढ़ाया। आज मस्तिष्क ज्वर से मरने वाले बच्चों की संख्या लोगों की संख्या अपने न्यूनतम स्तर पर आ गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में बुखार की वजह से पिछले 40 साल से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 2016 में 2817 बच्चे भर्ती हुए और इनमें 426 मौतें हुईं। 2017 में 2998 लोग भर्ती हुए और 380 मौतें हुईं। 2018 में 579 लोग भर्ती हुए 125 मारे गए। 2019 में 234 लोग 22 लोगों की मौत हुई। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की वजह से हम इस बीमारी से लड़ पाने में सफल हो पाए हैं। पशुधन के संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय पशु आरोग्य मिशन कार्यक्रम गायों और अन्य जानवरों का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करेगा। जब पशुधन स्वस्थ होगा। तभी पशुपालकों को उसका लाभ मिल सकेगा। हमारा प्रयास है कि पशुधन का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करके पशुपालकों और किसानों की आय दोगुना करने में सफल हों। 

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