महारानी का चुनावी समर बन सकता है उप्र की सीमा से सटा राजाखेड़ा, पढ़ें पूरी खबर

नौ बार के विधायक रहे प्रध्युमन सिंह को हराने को राजाखेड़ा सीट से चुनाव में उतर सकती हैं सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया। भाजपा ने कांग्रेस को भी दिया बड़ा झटका।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 04:50 PM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 05:15 PM (IST)
महारानी का चुनावी समर बन सकता है उप्र की सीमा से सटा राजाखेड़ा, पढ़ें पूरी खबर
महारानी का चुनावी समर बन सकता है उप्र की सीमा से सटा राजाखेड़ा, पढ़ें पूरी खबर

आगरा [जेएनएन]: राजस्थान समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। कांग्रेस और भाजपा दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। रोजाना राजनीतिक दलों के नेता एक दल को छोड़ दूसरे दल का दामन थाम रहे हैं। जिसके कारण दोनों राजनीतिक दलों के समीकरण रोजाना बन बिगड़ रहे हैं। दोनों ही पार्टी चुनाव में कोई कोर कसर नहीं छोडऩा चाहतीं। धौलपुर जिले की राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र उप्र सीमा से सटा हुआ है। यहां होने वाले मतदान का असर चुनावी नतीजों का खासा प्रभावित करता है।

ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राजाखेड़ा से भाजपा की सीट पर चुनाव लड़ सकती हैं। पिछले दिनों क्षेत्रीय कार्यकर्ता मुख्यमंत्री से राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे का आग्रह कर चुके हैं। इसके बाद से ही सीएम के यहां से चुनावी समर में उतरने की संभासवना बढ़ गई हैं। जनता के मनोभाव को देखते हुए मुख्यमंत्री ने चुनाव लडऩे के लिए अपने नजदीकियों से सलाह मशवरा करना शुरू कर दिया है। ज्ञातव्य के मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे विगत विधानसभा चुनाव में झालावाड़ के झालापाटन विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गई थीं और मुख्यमंत्री बन गई थीं।

महारानी के नाम से पुकारती है जनता

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की शादी धौलपुर के राजा हेमंत सिंह के साथ हुई थी लेकिन शादी के 10 माह बाद दोनों में झगड़ा हो गया था इसके बाद दोनों अलग हो गए। लेकिन क्षेत्र की जनता के लिए वे सदैव ही महारानी रहीं। आज भी जनता उन्हें महारानी कहकर ही पुकारती है।

कार्यकर्ताओं की मांग, प्रध्युमन सिंह को हराएं सीएम

राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से आठ बार विधानसभा चुनावों में विजय श्री प्राप्त कर चुके प्रध्युमन सिंह की राजाखेड़ा क्षेत्र में मजबूत पकड़ है। इसी का परिणाम है कि 1977 में जनता पार्टी की लहर में भी प्रध्युमन सिंह को कोई नहीं हरा पाया था। प्रध्युमन सिंह लगातार नौ विधानसभा चुनाव अपने नाम कर चुके हैं। वर्तमान में ऐसा कोई दमदार प्रत्याशी भाजपा के पास न होने के कारण भाजपा कार्यकर्ताओं ने वसुंधरा राजे को क्षेत्र में चुनाव लडऩे के लिए आग्रह किया है।

उप्र सरकार के मंत्रियों ने राजस्थान में डेरा डालना शुरू

शुक्रवार को उप्र के ग्राम विकास मंत्री महेंद्र सिंह द्वारा धौलपुर पहुंच कर भाजपा संगठन की अहम बैठक की गई। यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने के टिप्स दिए।

कांग्रेस दिग्गज भाजपा में शामिल

कांग्रेस का धौलपुर के राजाखेड़ा, बाडी, बसेडी विधानसभा सीटों का गणित डगमगा गया है। दरअसल धौलपुर के कांग्रेस जिलाध्यक्ष रहे अशोक शर्मा शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए। ब्राह्मण समाज पर मजबूत पकड़ रखने वाली अशोक शर्मा पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा के पुत्र हैं।  

chat bot
आपका साथी