काम की खबर, क्रिएटिविटी का शौक है तो यहां खुली हैं आपके लिए राहें

बॉलीवुड में एनिमेशन का करोड़ों का सालाना टर्नओवर। वीएफएक्स के कारण तेजी से बढ़ रही मांग।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 10 Jun 2019 04:31 PM (IST) Updated:Mon, 10 Jun 2019 09:48 PM (IST)
काम की खबर, क्रिएटिविटी का शौक है तो यहां खुली हैं आपके लिए राहें
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आगरा, जागरण संवाददाता। अगर आपमें कुछ क्रिएटिव करने का जुनून है और आपकी ड्रॉइंग अच्छी है तो आपके लिए एनीमेशन का फील्ड करियर का बेहतर विकल्प हो सकता है। देश-विदेश में तेजी से एनिमेशन का क्रेज बढ़ रहा है। विज्ञापन, फिल्म, कार्टून, सीरियल आदि में आप किस्मत आजमा सकते हैं और अपने हुनर का प्रदर्शन कर सकते हैं। डोरेमॉन, पावर रेंजर, मोजैको, मोटू-पतलू, छोटा भीम जैसे एनीमेशन कैरेक्टर अपने मजेदार अंदाज से टीवी चैनल्स की टीआरपी बढ़ा रहे हैं। इस करामात को अंजाम तक पहुंचा रहा है एनीमेशन। इस माध्यम ने अपने नाम को सार्थक करते हुए कल्पनाशीलता और रचनात्मकता को नए पंख दिए हैं। साथ ही हजारों लोगों के लिए रोजगार के दरवाजे खोले हैं।

कैसे बनता है एनीमेशन

एनीमेशन की दुनिया पूरी तरह से कल्पना और तकनीक पर आधारित है। इसमें सारा कार्य एक जगह बैठे-बैठे विभिन्न सॉफ्टवेयर्स की मदद से कम्प्यूटर पर किया जाता है। इसमें एनीमेशन विषेशज्ञ की भूमिका सबसे अधिक होती है, जिसकी मदद से विभिन्न प्रकार के कृत्रिम दृश्यों एवं घटनाओं को वास्तविकता का जामा पहनाया जाता है। एनीमेशन का कार्य वे लोग ही अच्छी तरह से कर सकते हैं, जो क्रिएटिव होते हैं।

शैक्षणिक योग्यता

एनिमेशन में करियर बनाने के लिए प्रबल इच्छाशक्ति के साथ 12वीं पास होना या फिर उसके समकक्ष की पढ़ाई जरूरी है। इस क्षेत्र में आगे बढऩे के लिए आप आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं।

वेतन

एनिमेशन के क्षेत्र में शुरुआत में 7500 से 10 हजार तक की सैलरी मिलती है, लेकिन महज दो साल के अनुभव के बाद आप 20 हजार से 75 हजार प्रतिमाह तक कमा सकते हैं। साथ ही फ्रीलांस के तौर पर भी इस क्षेत्र में आप बहुत पैसा कमा सकते हैं। देश में गेमिंग की दुनिया में 2डी और 3डी डेवलपमेंट प्रोफेशनल्स की मांग है। इस हाइटेक गेम वल्र्ड में शुरुआती दौर में ही आपकी सैलरी दो लाख रुपये सालाना हो सकती है।

अपार संभावनाएं

इस इंडस्ट्री में रोजगार की संभावनाएं बहुत व्यापक हैं। जो लोग वायरलेस इंडस्ट्री में अपना कॅरियर शुरू करना चाहते हैं, वे मोबाइल कंपनियों में क्रिएटिव हेड (गेम प्रोड्यूसर/ गेम डेवलपर/ गेम डिजाइनर/ गेम आर्टिस्ट/ कॉन्सेप्ट आर्टिस्ट/ पिक्सेल आर्टिस्ट/ ग्राफिक डिजाइनर आदि), प्रोग्रामर (टीम लीडर/ गेम प्रोग्रामर/ जे2एमई/ डॉट नेट/ सी++ प्रोफेशनल आदि) और मार्केटिंग या उनकी मैनेजमेंट टीम (एचआर/ फाइनेंस आदि विभाग) में ज्वॉइन कर सकते हैं। गेम डिजाइनिंग के छात्र भी गेम डिजाइनर, थ्री डी आर्टिस्ट, मॉडलर्स, कैरेक्टर एनिमेटर, टेक्सचर आर्टिस्ट, आट्र्स लीड के रूप में काम कर सकते हैं।

कौन-कौन से कोर्स हैं

सर्टिफिकेट कोर्स इन एनीमेशन एंड ग्राफिक्स, डिप्लोमा इन एनीमेशन, बीएससी/एमएससी इन गेमिंग, बीए/ एमए इन मल्टीमीडिया, पीजी डिप्लोमा इन डिजाइन, एडवांस डिप्लोमा इन 3 डी फिल्म मेकिंग आदि कोर्सेज करके सफल हो सकते हैं।

फैक्ट फाइल

-50 फीसदी टीवी देखने वाली ऑडियंस वह है जिसकी उम्र 14 साल से कम है।

-2000 करोड़ का सालान टर्नओवर है इंडिया में अब तक एनिमेशन जॉनर का। इसमें वीडियो गेम्स, वीएफएक्स वगैरह जोड़ दें तो सालाना 6000 करोड़ का टर्नओवर है।

-50 फीसदी ऑडियंस में भी 52 फीसदी फीमेल हैं और 48 फीसदी मेल ऑडियंस।

-सिर्फ फिल्मों के लिए बॉलीवुड और दक्षिण भारतीय फिल्मों में एनीमेशन का पांच हजार करोड़ से अधिक का टर्नओवर। 

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