अस्पतालों में नहीं पर जीपीएस में चल रही एंबुलेंस, आगरा में भटक रहे मरीज
शुक्रवार को भी एंबुलेंस के लिए परेशान रहे मरीज। बरसात ने की स्थिति खराब 44 में से 41 एंबुलेंस हुई शुरू। जीवनदायिनी 108 102 एएलएस एंबुलेंस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरविंद सिंह ने बताया कि उनकी मांगें जब तक नहीं मानी जाएंगी हड़ताल जारी रहेगी।
आगरा, जागरण संवाददाता। एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रही। इससे मरीजों का काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दोपहर में शुरू हई बरसात में लेडी लायल से प्रसूताएं बा-मुश्किल आटो, रिक्शा व निजी वाहनों से अपने घर गईं। 102 की 44 एंबुलेंस में से 41 एंबुलेंस जीपीएस में चलती मिली, जबकि अस्पतालों से एंबुलेंस हटा दी गई हैं।
खंदौली की नेहा के दो दिन पहले ही डिलीवरी हुई है, शुक्रवार को उसे छुट्टी मिली। उसके पति सुकेश सिंह ने बताया कि एंबुलेंस है नहीं, इसलिए अपने एक दोस्त की कार मंगवाई है क्योंकि इतनी दूर तक आटो में कैसे ले जाएंगे। बुंदू कटरा की सरोज कुमारी अपने बहू के लिए एंबुलेंस का इंतजार करती रहीं। एंबुलेंस नहीं मिली तो 350 रुपये में आटो किया।
अस्पतालों से हटा दीं एंबुलेंस
जीवनदायिनी 108 102 एएलएस एंबुलेंस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरविंद सिंह ने बताया कि उनकी मांगें जब तक नहीं मानी जाएंगी, हड़ताल जारी रहेगी। अस्पतालों से एंबुलेंस हटाकर पुराने स्थानों पर भेज दी गई हैं। 108 की सेवाएं जारी रहेंगी। 102 और एएलएस की सेवाएं अभी बंद हैं।
जीपीएस से किया ट्रेस
सीएमओ डा. अरूण श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह और शाम दो बार एंबुलेंस की जानकारी ली गई थी। ब्लाक स्तर से भी पता करवाया गया।शाम को जीपीएस से ट्रेस किया गया तो पता चला कि 102 की 44 में 41 एंबुलेंस चल रही हैं। उनके काल लाग में यह डाटा आ रहा है।