हुसैन की याद में रो पड़ा आसमां

आगरा: रसूल का दामन नहीं छोड़ेंगे। हुसैन का दामन नहीं छोड़ेंगे. या हुसैन. या हुसैन. की गूंजती

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 08:38 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 08:38 PM (IST)
हुसैन की याद में रो पड़ा आसमां
हुसैन की याद में रो पड़ा आसमां

आगरा: रसूल का दामन नहीं छोड़ेंगे। हुसैन का दामन नहीं छोड़ेंगे. या हुसैन. या हुसैन. की गूंजती आवाज से आसमां में भी गम के बादल छा गए। हुसैन की शहादत पर बदन से खून, आंखों में आंसू निकलते देख बादलों से भी अश्क बहने लगे।

शुक्रवार सुबह पाय चौकी स्थित कटरा दबकियान में रखे फूलों के ताजिया पर जायरीनों ने जियारत की। हुसैन के चाहने वालों की जुबां पर खुदा का जिक्र। या हुसैन.. या हुसैन.. की जोरदार आवाज के साथ नौजवानों ने ताजिया उठाया और 11:30 बजे कर्बला के लिए रवाना हुआ। इसके पीछे शहर के अन्य ताजिये भी निकाले गए। ताजगंज में सुबह से ही ताजिया निकाले गए।

सबसे आगे फूलों का ताजिया

फूलों के ताजिये के पीछे पाय चौकी से सैकड़ों ताजिया निकाले गए। नाई की मंडी, मंटोला में सबसे आगे फूलों का ताजिया ले जाया गया। सभी ताजिया पाय चौकी से फ्रीगंज होते हुए न्यू आगरा स्थित कर्बला में पहुंचे।

गूंजती रही तकबीर

सराय ख्वाजा की कर्बला में ताजियों संग पहुंचने वाली भीड़ शाम तक लगी रही। सराय ख्वाजा निवासी मोहम्मद कादिर ने बताया कि दोपहर में बारिश के कारण कर्बला में ताजिया आने बंद हो गए। शाम को फिर से ताजिया निकाले गए। जिन्हें कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। शाम तक हुए सुपुर्द-ए-खाक

शहर की तीन कर्बलाओं में शाम तक ताजिये पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। पाय चौकी, कश्मीरी बाजार, नाई की मंडी, मंटोली, ढोली खार, हींग की मंडी, मोती कटरा, हॉस्पिटल रोड, नई बस्ती, जीवनी मंडी, प्रकाश नगर, इस्लाम नगर, यमुनापार से निकाले गए ताजिया न्यू आगरा कर्बला में पहुंचे। ताजगंज में शहीद नगर, रेशम कटरा बिल्लोचपुरा के ताजिया पहुंचे। जबकि सराय ख्वाजा स्थित कर्बला में शाहगंज, सराय ख्वाजा, आजम पाड़ा आदि क्षेत्रों के ताजिया सुपुर्द-ए-खाक किए गए।

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