Fire in Factory: कैमिकल फैक्‍ट्री में अग्निकांड में दस बिंदुअों पर जांच कर रही पुलिस, मांगे दस्तावेज

फैक्ट्री मालिक को रिकार्ड उपलब्ध कराने के लिए दो दिन का समय दिया। परिसर में कैमिकल से भरे चार भूमिगत टैंक थे आग पहुंचती ताे मच जाती तबाही।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Wed, 09 Sep 2020 12:10 PM (IST) Updated:Wed, 09 Sep 2020 12:10 PM (IST)
Fire in Factory: कैमिकल फैक्‍ट्री में अग्निकांड में दस बिंदुअों पर जांच कर रही पुलिस, मांगे दस्तावेज
Fire in Factory: कैमिकल फैक्‍ट्री में अग्निकांड में दस बिंदुअों पर जांच कर रही पुलिस, मांगे दस्तावेज

आगरा, जागरण संवाददाता। कैमिकल और शू मैटेरियल फैक्ट्री में सोमवार को लगी भीषण आग की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक से कैमिकल के कारोबार से संबंधित दस्तावेज मांगे थे। मालिक द्वारा अग्निकांड में जलने की बताया गया। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक को दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए दो दिन का समय दिया है।

सोमवार को लगी आग यदि परिसर में स्थित भूमिगत चार टैंकों तक पहुंच जाती तो और ज्‍यादा तबाही मच जाती। इन टैंकों में हजारों लीटर कैमिकल था। कई दमकल इन टैंकों तक आग पहुंचने से रोकने की कोशिश में जुटी रही थीं। दमकल कर्मी भूमिगत टैंकों के ऊपर पड़ी बालू और मिट्टी पर लगातार पानी डालकर उन्हें ठंडा रखने का प्रयास करते रहे थे। आग काबू आने के बाद भी दो दमकल इन टैंकों के पास मंगलवार सुबह तक तैनात रही।

इन बिंदुओं पर जांच कर रही पुलिस

1- संबंधित विभाग से कैमिकल कारोबार का लाइसेंस था या नहीं।

2- विभाग द्वारा कितनी क्षमता के कैमिकल भंडारण का लाइसेंस दिया गया था।

3- आग से बचाव के इंतजाम के लिए अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र कब लिया था।

4- विभाग से कैमिकल कारोबार के लाइसेंस का नवीनीकरण कब कराया गया था।

5- अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र का नवीनीकरण कब कराया था।

6- फैक्ट्री में जिस बड़े पैमाने पर केमिकल का कारोबार था, इसके हिसाब से आग से बचाव के क्या इंतजाम किए गए थे।

7- फैक्ट्री परिसर में कितनी फर्म चल रही थीं।

8- इन फर्म का जीएसटी और टिन नंबर लिया गया था कि नहीं।

9- कैमिकल फैक्ट्री में कितने श्रमिक काम करते हैं।

10- क्या इन श्रमिकों को केमिकल के काम से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया था। 

chat bot
आपका साथी