अपराधियों पर कार्रवाई भूली पुलिस

जागरण संवाददाता, आगरा: विधानसभा चुनाव से पहले अपराधियों की लगाम कसने वाली पुलिस बाद में कार्रवाई

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 May 2017 01:00 AM (IST) Updated:Tue, 23 May 2017 01:00 AM (IST)
अपराधियों पर कार्रवाई भूली पुलिस
अपराधियों पर कार्रवाई भूली पुलिस

जागरण संवाददाता, आगरा: विधानसभा चुनाव से पहले अपराधियों की लगाम कसने वाली पुलिस बाद में कार्रवाई भूल गई। गैंगस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट और हिस्ट्रीशीट खोलने में लापरवाही से बदमाशों का दुस्साहस बढ़ गया। ऐसे ही बदमाशों ने ताबड़तोड़ वारदातें कर कानून-व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं।

सोमवार को निकाय चुनाव तैयारी की समीक्षा बैठक के बाद राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने पुलिस पर यूं ही सवाल नहीं उठाए। यदि आंकड़े देखें तो चुनाव से पहले पुलिस ने जिले में 17,495 लोगों को शांति भंग में पाबंद करने की रिपोर्ट प्रशासन को भेजी थी। इनमें से मजिस्ट्रेट ने 7916 लोगों को पाबंद किया था। इसके साथ करीब एक हजार शातिरों पर गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई।

चुनाव के बाद शांति भंग करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का ग्राफ गिरा। पुलिस ने वांछितों के खिलाफ अभियान तो चलाए, लेकिन यह दिखावे के ही रहे। वहीं अपराध की कई घटनाओं में पुलिस ने कार्रवाई ही नहीं बढ़ाई है।

प्रमुख घटनाएं और अधूरी कार्रवाई

-19 जनवरी: सिकंदरा के दहतोरा निवासी सेवानिवृत्त लेखपाल भगवान सिंह का अपहरण करने के बाद बदमाशों ने 15 लाख रुपये फिरौती वसूली। उनको दो सप्ताह बाद मुक्त किया। परिजनों के मुताबिक, अपहरण में शामिल कई शातिर अभी पुलिस ने नहीं पकड़े हैं।

13 फरवरी: रकाबगंज के ईदगाह कुतलूपुर में युवक की मौत के बाद आगजनी और बवाल से सांप्रदायिक तनाव हो गया। पुलिस ने अपनी ओर से मुकदमा दर्ज किया। बलवा और आगजनी करने वालों की गिरफ्तारी नहीं की।

16 मार्च: एत्माद्दौला के अग्रसेन पुरम में हिस्ट्रीशीटर ने वीरेंद्र सिंह के घर पर हमला बोलकर फाय¨रग की। सीसीटीवी में आरोपियों के कैद होने और मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई नहीं की।

19 मार्च: न्यू आगरा के कमला नगर में सर्राफ रामकुमार अग्रवाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इसका पर्दाफाश करते हुए सर्राफ के भाई सोनू सहित पांच लोगों को जेल भेज दिया गया। मगर, भाड़े के हत्यारे अभी भी खुले घूम रहे हैं। आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाने की बात कही गई थी। विवेचना लंबित और अन्य आरोपी गिरफ्तार न होने के कारण गैंगस्टर की कार्रवाई भी अधर में अटक गई।

22 अप्रैल: सीकरी और सदर थाने के बवाल में नौ लोगों की गिरफ्तारी के बाद आगे सीसीटीवी रिकॉडिौंग से अपराधियों की पहचान नहीं की।

26 अप्रैल: हरीपर्वत के कैलाशपुरी मार्ग स्थित गेटबंद लताकुंज कॉलोनी में हैंडीक्राफ्टस कारोबारी के घर डकैती पड़ी। बदमाश लाखों के आभूषण लूटकर ले गए। घटना का अभी तक खुलासा नहीं हो सका।

27 अप्रैल: लोहामंडी के खातीपाड़ा में सांप्रदायिक बवाल हुआ। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

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