बोर्ड परीक्षा में बदलीं कॉपी, केंद्र पर हुई कार्रवाई

कॉलेज और स्टाफ को तीन साल के लिए किया डिबार - पं सत्य प्रकाश शर्मा इंटर कॉलेज में 2015 में बदल दी

By Edited By: Publish:Fri, 26 Aug 2016 07:19 PM (IST) Updated:Fri, 26 Aug 2016 07:19 PM (IST)
बोर्ड परीक्षा में बदलीं कॉपी, केंद्र पर हुई कार्रवाई

कॉलेज और स्टाफ को तीन साल के लिए किया डिबार

- पं सत्य प्रकाश शर्मा इंटर कॉलेज में 2015 में बदल दी थीं उत्तर पुस्तिका

- एक दर्जन से ज्यादा छात्रों के फेल होने पर हुई थी जांच

जागरण संवाददाता, आगरा: उप्र बोर्ड परीक्षा में एक केंद्र पर उत्तर पुस्तिका बदलने के मामले में एक साल बाद छात्रों को न्याय मिला है। एक साल लंबी लड़ाई में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले कॉलेज और स्टाफ को तीन साल के लिए डिबार कर दिया गया है।

उप्र बोर्ड परीक्षा 2015 में सेठ श्याम लाल इंटर कॉलेज का सेंटर पं. सत्यप्रकाश शर्मा इंटर कॉलेज मायापुरी जाऊपुरा में गया था। सभी छात्रों ने केंद्र पर परीक्षा दी थीं। छात्रों ने आरोप लगाया था कि केंद्र पर उनसे नकल के लिए वसूली की मांग की जाती थी। मना करने पर उन्हें फेल करने की धमकी भी दी गई थी। परीक्षा के बाद जब रिजल्ट आया तो 15 छात्र फेल हो गए। मार्कशीट में उनके अंक शून्य थे। इस पर उन्होंने सेठ श्यामलाल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य पवन अग्रवाल को पूरी बात बताई। प्रधानाचार्य ने छात्रों के भविष्य को देखते हुए मेरठ स्थित क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय में छात्रों की कॉपी बदलने की शिकायत की। उनका कहना था कि केंद्र पर छात्रों की उत्तर पुस्तिका के पन्ने निकालकर दूसरे पन्ने लगा दिए थे। बोर्ड ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की। जो भी छात्र फेल हुए उन्हें मेरठ बुलाया गया। उनकी कॉपियां दिखाई गई। छात्रों ने उत्तर पुस्तिका बदलने की पुष्टि की। इस पर बोर्ड ने पिछले दिनों निर्णय लेते हुए छात्र के अंग्रेजी विषय के अंक निरस्त कर उन्हें समानुपातिक अंक देने व संशोधित अंक पत्र जारी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पं सत्य प्रकाश शर्मा इंटर कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई की है। केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक, संकलनकर्ता, सीलिंग पैकिंग सहायक और बंडल ले जाने वाले कर्मचारियों को तीन साल के लिए डिबार कर दिया गया है। डीआइओएस जितेंद्र यादव ने बताया कि मामला उनके समय का नहीं है। आदेश का पालन किया जाएगा।

लंबी थी लड़ाई

कॉलेज के प्रधानाचार्य पवन अग्रवाल ने बताया कि छात्रों को उनका हक दिलाने के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी। उन्होंने उत्तर पुस्तिका देखने के लिए तमाम आरटीआई डालीं। मेरठ के कई चक्कर लगाए। तब जाकर छात्रों को उनका हक मिला।

इस साल भी पकड़ी सामूहिक नकल

पं. सत्यप्रकाश इंटर कॉलेज में पिछली बोर्ड परीक्षा में भी सामूहिक नकल पकड़ी गई थी। बीएसए ने केंद्र से नकल सामग्री के साथ मोबाइल फोन भी बरामद किए थे।

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