युद्ध के मैदान की तरह सजे टैंक और हथियार

जागरण संवाददाता, आगरा: मनोरंजक खेल के साथ युद्ध के मैदान देखने का मौका चाहते हैं तो सदर बाजार स्थित

By Edited By: Publish:Tue, 21 Oct 2014 09:37 PM (IST) Updated:Tue, 21 Oct 2014 09:37 PM (IST)
युद्ध के मैदान की तरह सजे टैंक और हथियार

जागरण संवाददाता, आगरा: मनोरंजक खेल के साथ युद्ध के मैदान देखने का मौका चाहते हैं तो सदर बाजार स्थित जीत सिंह स्टेडियम इस दीपावली पर जरूर जाएं। इसमें दुश्मन के छक्के छुड़ा देने वाले हथियार और टैंक आदि की प्रदर्शनी लगी हुई है, यह शायद आम दिनों में देखने को न मिलें।

आशा स्कूल और रावी इवेंट्स द्वारा आशा दीपावली मेले का मंगलवार को शुभारंभ हो गया। इसमें प्रमुख आकर्षण सैन्य उपकरणों की प्रदर्शनी है। यहां रखे एक टैंक में दूरदृष्टि वाला लैंस लगा हुआ है, जब तक इस लैंस की परिधि में दुश्मन के टैंक रहेंगे, तब तक उस पर गोला बरसते रहेंगे। पहली बार यहां प्रदर्शित की गई है साउथ अफ्रीका में बनी रायफल-एंटी मेटेनिक। इसमें खडे़ हुए जहाज, रडार, कम्युनिकेशन टॉवर को ध्वस्त किए जाने की क्षमता है। इसी प्रकार वह टैंक भी यहां प्रदर्शित है, जिसे पैराशूट के माध्यम से उन क्षेत्रों में गिराया जाता है, जहां आवागमन का कोई साधन नहीं रहता। इसके अलावा अन्य कई प्रकार के टैंक, रायफल और अन्य उपकरण वहां प्रदर्शित हैं। गिटार राइफल की मारक क्षमता 400 मीटर तक है।

मंगलवार को इस मेले का शुभारंभ कमिश्नर प्रदीप भटनागर ने किया। उनके साथ स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर विकास सैनी थे। इस दौरान आशा स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इन बच्चों को इंडियन चार्टर्ड एकाउंट एसोसिएशन के सीए प्रमोद चौहान ने पुरस्कृत किया।

अतिथियों का स्वागत आशा स्कूल के सचिव रवि प्रकाश पांडे ने किया। रावी इवेंट के मनीष अग्रवाल ने बताया कि शाम को प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम और विभिन्न प्रतियोगिताएं होंगी।

प्रदर्शनी

25 अक्टूबर तक

समय

दोपहर एक बजे से रात 10.30 बजे तक

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पहली बार रेंजर झूला और घुड़सवारी

इस मेले में पहली बार रेंजर झूला दिल्ली से मंगाया गया है। जो दो तीन अर्ध गोला कार चक्कर लगाने के बाद ऊपर पूर्ण गोलाकार घूम जाता है। सेना के सुडौल घोड़ों पर केवल 20 रुपये में सवारी का मौका मिलेगा। सेना के जवानों द्वारा की जाने वाली पैरासेलिंग और पैरामोटर का भी लुत्फ उठाया जा सकेगा।

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विशेष बच्चों ने बनाए बैग और मोमबत्ती

आशा स्कूल में पढ़ने वाले विशेष और विकलांग बच्चों द्वारा बनाई वस्तुओं की प्रदर्शनी भी वहां लगायी गई है। जिसमें इन बच्चों ने कपड़े के बैग, मोमबत्ती, कागज के बैग आदि वस्तुएं बनाई हैं।

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