MWC 2020 के रद होने से स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर कितना पड़ेगा असर? जानें एक्सपर्ट्स की राय

MWC में स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के अलावा नेटवर्क प्रोवाइडर्स कॉम्पोनेंट मैन्युफेक्चर्रस कनेक्टिविटी सॉल्यूशन प्रोवाइडर्स हिस्सा लेते हैं।

By Harshit HarshEdited By: Publish:Thu, 13 Feb 2020 04:21 PM (IST) Updated:Thu, 13 Feb 2020 04:24 PM (IST)
MWC 2020 के रद होने से स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर कितना पड़ेगा असर? जानें एक्सपर्ट्स की राय
MWC 2020 के रद होने से स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर कितना पड़ेगा असर? जानें एक्सपर्ट्स की राय

नई दिल्ली, हर्षित हर्ष। MWC (मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस) का आयोजन हर साल की तरह इस साल भी स्पेन के बार्सिलोना शहर में किया जाना था। मगर, कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए आयोजकों ने इस मेगा इवेंट को रद करने का फैसला किया है। 24 फरवरी से लेकर 27 फरवरी 2020 तक आयोजित किए जाने वाले इस इवेंट में दुनियाभर की टेक्नोलॉजी कंपनियां हिस्सा लेने वालीं थी। इस मेगा टेक इवेंट में स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के अलावा नेटवर्क प्रोवाइडर्स, कॉम्पोनेंट मैन्युफेक्चर्रस, कनेक्टिविटी सॉल्यूशन प्रोवाइडर्स भी हिस्सा लेते हैं। इसके रद्द हो जाने पर स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर कितना असर पड़ेगा इसके लिए हमने टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स से बात की है।

हमने टेक एक्सपर्ट इर्शाद कलिबुल्लाह (Mr Phone) से इसके बारे में बात की। उन्होंने कहा, ‘MWC 2020 के रद हो जाने से स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर निश्चित ही प्रभाव पड़ने वाला है क्योंकि MWC में केवल स्मार्टफोन्स लॉन्च नहीं होते हैं बल्कि इस इवेंट में मोबाइल निर्माता कंपनियां कई और महत्वपूर्ण बैठकें, बिजनेस डील्स भी करती हैं। जाहिर है, कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को अलग से लॉन्च करेंगी, लेकिन मुझे यकीन है कि छोटे चिप और सेमीकंडक्टर बनाने वाली कंपनियां इसके जरिए मिलने वाले बड़े अवसर को चूक जाएंगी। यह कह सकते हैं कि GSMA (ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल सॉल्यूशन्स) द्वारा उठाया गया एक अच्छा कदम है। ये देखते हुए कि ये एक ग्लोबल इवेंट है। इस समय व्यापार से ऊपर उठकर लोगों के कल्याण को देखना महत्वपूर्ण है।’

इंडिपेंडेंट टेक जर्नलिस्ट अभिषेक बख्शी ने कहा, ‘मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस 2020 के रद होने से बड़े प्लेयर्स जैसे कि Huawei को इतना फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि वो चीन में या फिर यूरोप में कहीं लॉन्च कर लेंगे तो उनको ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। बड़ी कंपनियां अपने फाइनेंशियल लॉस को कवर भी कर लेतीं हैं। हालांकि, छोटे स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों को इसका बड़ा असर पड़ने वाला है। यही नहीं, स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के ओवरऑल ईयरली लॉन्च शेड्यूल पर भी इसका असर पड़ेगा। इसकी वजह से स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के लॉन्च साइकिल डिस्टर्ब हो जाएगी। स्मार्टफोन कंपनियां की लॉन्च साइकिल गड़बड़ाने से डिस्ट्रीब्यूटर्स और कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स कंपनियों के साथ उनके टाई-अप्स और चैनल्स सप्लाई में दिक्कत आ सकती हैं। स्मार्टफोन कॉम्पोनेंट जैसे कि मदरबोर्ड, प्रोसेसर आदि बनाने वाली कंपनियों पर भी इसका असर दिखेगा। इस इवेंट में ये अन्य कंपनियों के साथ टाई-अप्स करते हैं, जो नहीं हो पाएगा। Ericsson की बात करें तो इसका पूरा एक फ्लोर होता है, जिसमें वो स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के साथ टाई-अप्स करता है, वो अब नहीं हो पाएगा। ओवरऑल, बात करें तो इस टेक इवेंट के रद्द होने पर निश्चित ही मोबाइल इंडस्ट्री पर  निश्चित ही असर पड़ने वाला है।’

टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट अभिषेक भटनागर ने कहा कि इसका बड़ा असर पड़ेगा। उन्होंने ASUS के स्टेटमेंट का हवाला देते हुए कहा कि इसकी वजह से पूरी इंडस्ट्री पर असर पड़ने वाला है। स्मार्टफोन के लॉन्च प्रभावित होंगे, इसकी डिलीवरी प्रभावित होगी। ROG Phone 2 जो कि अभी सेल के लिए उपलब्ध नहीं है, उसकी डिलीवरी भी प्रभावित हो रही है।

चीन, सिंगापुर जैसे देशों में कोरोनावायरस के संक्रमण की वजह से अब तक 1300 से ज्यादा लोगों की जानें चली गई हैं। वहीं, 40 हजार से ज्यादा लोग इस खतरनाक वायरस की वजह से प्रभावित हैं। चीन उन देशों में शामिल है जहां से दुनिया के ज्यादातर स्मार्टफोन निर्माता और स्मार्टफोन कम्पोनेंट निर्माता कंपनियां आती हैं। ऐसे में इस मेगा टेक इवेंट में ज्यादातर लोग चीन से ही आएंगे। मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस एक ग्लोबल इवेंट है और इसमें कई देशों की टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ-साथ टेक्नोलॉजी लवर्स शामिल होते हैं। 

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