कहीं आपके पासवर्ड पर हैकर्स की नजर तो नहीं....

हैकर छह एल्फा-न्यूमैरिक डिजिट के पासवर्ड को एक सैकेंड के 1000वें हिस्से में, 12 एल्फा-न्यूमैरिक डिजिट के पासवर्ड को 3.21 मिनट में कंप्यूटर एल्‍गोरिदम का इस्तेमाल करते हुए हैक कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आपको हैकर्स के तौर तरीकों का बेहतर पता हो ताकि आप सुरक्षा के

By Monika minalEdited By: Publish:Fri, 15 May 2015 01:05 PM (IST) Updated:Fri, 15 May 2015 01:39 PM (IST)
कहीं आपके पासवर्ड पर हैकर्स की नजर तो नहीं....

आधुनिक जीवनशैली में पासवर्ड के बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं है। मोबाइल फोन से लेकर कंप्यूटर खोलने, बैंक खाता खोलने, घर के लॉक को खोलने, हर जगह पासवर्ड का इस्तेमाल होता है। हैकर छह एल्फा-न्यूमैरिक डिजिट के पासवर्ड को एक सैकेंड के 1000वें हिस्से में, 12 एल्फा-न्यूमैरिक डिजिट के पासवर्ड को 3.21 मिनट में कंप्यूटर एल्गोरिदम का इस्तेमाल करते हुए हैक कर सकते हैं।

तो फिर सुरक्षित पासवर्ड क्या है

इसके लिए जरूरी है कि आपको हैकर्स के तौर तरीकों का बेहतर पता हो, ताकि आप सुरक्षा के बेहतर इंतजाम तलाश पाएं।

हैकर्स कैसे चुराते हैं पासवर्ड

हैकर्स अमूमन किसी का भी पासवर्ड चुराने के लिए तीन तरीके इस्तेमाल करते हैं। वे फर्ज़ी ईमेल भेजते हैं, जिसके जरिए अचानक से अमीर होने, लाटरी खुलने जैसे लालच दिए जाते हैं। जब आप उन साइट्स पर जाते हैं तो आपको सीक्रेट कोड डालने को कहा जाता है। हैकर्स चालाकी, समझ और अनुमानों से काम लेते हैं। साईबर सुरक्षा के इस दौर में भी, दुनिया भर के लोगों में सबसे ज़्यादा ‘पासवर्ड’ को ही अपना पासवर्ड रख बैठते हैं। इसके बाद सबसे लोकप्रिय पासवर्ड है 123456, लेकिन हैकर्स ये सब जानते हैं।

अगर आप ये सोचते हैं कि आप अपने पालतू जानवर या घर के किसी सदस्य के नाम पर पासवर्ड रखें तो ये भी सुरक्षित नहीं होता है। क्योंकि हैकर्स आपकी फेसबुक और ट्विटर प्रोफ़ाइल के जरिए आपसे जुड़े लोगों के नाम, महत्वपूर्ण तिथियों को आसानी से जान जाते हैं।

कई लोग पापुलर चलन के आधार पर अपना पासवर्ड बनाते हैं। लेकिन हैकिंग करने वालों के डाटाबेस में ऐसे कई संभावित पासवर्ड के कांबिनेशन, आपके, आपके रिश्तेदारों के नाम और तिथियों से बनने वाले कॉम्बिनेशन मौजूद होते हैं।

अगर दूसरे तरीके से भी हैकिंग करने वाले कामयाब नहीं होते हैं तो वे तीसरा रास्ता अपनाते हैं। वे कंप्यूटर एलोगरिदम का इस्तेमाल करते हैं।

लेकिन ऐसा भी नहीं है कि हैकरों के चुंगल से बचा नहीं जा सकता है। इसके काफी आसान से उपाय हैं ।

ये 5 बातें अच्छी तरह समझ लें

1. सबसे पहली बात तो ये है कि आप अपने ऑनलाइन खातों को तीन श्रेणियों में डालें- सबसे महत्वपूर्ण, जिसकी सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है। दूसरा, जिसकी सुरक्षा थोड़ी कमतर हो सकती है और तीसरे वो ऑनलाइन खाते जो बहुत महत्वपूर्ण नहीं हैं। यानी बैंक खाते और ईमेल एकाउंट की सुरक्षा का स्तर अलग अलग होना चाहिए।

2. अपना पासवर्ड जितना लंबा और इधर-उधर से उठाए शब्दों, अंकों से बनाया हो, वो बेहतर है। मतलब जितने ज़्यादा शब्द हों, उतना बेहतर। क्योंकि कंप्यूटर एल्गोरिदम के जरिए लंबे शब्दों के पासवर्ड को क्रैक करना मुश्किल होता है। अगर आपका पासवर्ड दो शब्द का है तो ये एक शब्द के पासवर्ड के मुकाबले दस गुना मुश्किल है। तीन शब्द हों तो उसे क्रेक करना सौ गुना ज्यादा मुश्किल है।

3. शब्दों के इस्तेमाल के अलावा अलग अलग स्पेशल कैरेक्टर का इस्तेमाल भी पासवर्ड को सुरक्षित बनाता है। खासकर ऐसे कैरेक्टर जिनका आपस में कोई संबंध नहीं बनता हो। अगर आपने दस शब्दों का पासवर्ड बनाया और उसमें स्पेशल कैरेक्टर का इस्तेमाल हुआ तो उसे तोड़ने के लिए हैकरों को तीन सप्ताह से ज्यादा का समय लग सकता है।

4. हालांकि टेक विशेषज्ञों के मुताबिक अगर आपने अपना पासवर्ड 15 लेटर्स से ज्यादा का बनाया और उसमें कैपिटल लेटर, स्माल लेटर, स्पेशल कैरेक्टर डाल दिए तो ये सबसे महफूज है। इसके बाद ये फर्क नहीं पड़ता कि पासवर्ड 15 लेटर्स का है या 25 लेटर्स का, एक ही शब्द बार-बार आता है या नहीं। ऐसा पासवर्ड लंबे समय तक सुरक्षित रह सकता है। इसे बार बार बदलने की जरूरत भी नहीं होगी।

5. अब ऐसे प्रोग्राम आ रहे हैं जो आने वाले समय में आपका की-स्ट्राइक पैटर्न यानी आपके टाइपिंग स्टाइल और रिदम से आपका पासवर्ड तय करेगा, जो आप टाइप कर रहे हैं उससे नहीं। फिर तो पासवर्ड की समस्या काफी हद तक हल हो ही जाएगी।

साभार: आइनेक्सट

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