कॉल डिटेल्स से व्हाट्सएप मैसेज तक, इन तरीकों से मिल सकती है किसी भी स्मार्टफोन की सारी डिटेल्स

स पोस्ट में हम आपको बता रहे हैं की हैकर्स किस तरह आपकी पर्सनल इंफॉर्मेशन हैक कर सकते हैं और आप ऐसा होने से कैसे बच सकते हैं

By Sakshi PandyaEdited By: Publish:Tue, 20 Sep 2016 11:13 AM (IST) Updated:Tue, 20 Sep 2016 11:21 AM (IST)
कॉल डिटेल्स से व्हाट्सएप मैसेज तक, इन तरीकों से मिल सकती है किसी भी स्मार्टफोन की सारी डिटेल्स

टेक्नोलॉजी ने अब बहुत तरक्की कर ली है| लेकिन जैसे हर सिक्के के दो पहलु होते हैं, उसी तरह टेक्नोलॉजी के भी फायदे और नुकसान है| इस जमाने में हैकिंग बहुत आसान हो गई है, जिस कारण आपकी प्राइवेसी पर भी खतरा बना रहता है| ऐसे भी हो सकता है की हैकर आपका स्मार्टफोन हैक करके सारा डाटा उड़ा ले जाए और आपको पता भी ना चले। इस पोस्ट में हम आपको बता रहे हैं की हैकर्स किस तरह आपकी पर्सनल इंफॉर्मेशन हैक कर सकते हैं और आप ऐसा होने से कैसे बच सकते हैं:

1. MSpy एप

MSpy एक ऐसा ऐप है जिसे कोई भी आसानी से आपके स्मार्टफोन में इंस्टॉल कर आपकी पूरी एक्टिविटी ट्रैक कर सकता है। ये एप आपके सभी इनकमिंग और आऊटगोइंग कॉल्स मॉनिटर करता है। टेक्स्ट, फोटोज और ई-मेल पर नजर रखता है। इंटरनेट, एप्स और प्रोग्राम्स मॉनिटर करता है। इसके अलावा ये आपका GPS लोकेशन भी ट्रैक करता है। इसे 'The stalking app' भी कहते हैं।



आइये जाने इससे कैसे बचें-

अपना स्मार्टफोन अनजाने लोगों के हाथ में न दें। फोन को स्ट्रॉन्ग पासवर्स से लॉक करें। कम से कम 10 कैरेक्टर्स का पासवर्ड लगाएं। इसमें नंबर्स, स्पेशल कैरेक्टर्स, अपर-लोवर केस लेटर्स का यूज करें। 2-3 महीने में एक बार पासवर्ड चेंज जरूर करें।

2. ऐक्सेलेरोमीटर सेंसर

आजकल उपलब्ध लगभग हर फोन में यह सेंसर जरूर होता है| रिसर्च के मुताबिक ये सेंसर इतना स्मार्ट है कि आपके डेस्क पर रखा स्मार्टफोन वाइब्रेशन से पता लगा लेगा कि आप की-बोर्ड पर क्या टाइप कर रहे हैं, वो भी 80% एक्युरेसी के साथ। ऐसे में आपके क्रेडिट कार्ड डिटेल, नेट बैंकिंग पासवर्ड या ई-मेल पासवर्ड चोरी हो सकता है।

कैसे बचें-
ऐसा मानना है की स्मार्टफोन की-बोर्ड के जितने करीब होगा वो उतने ही इफेक्टिवली आपकी की-बोर्ड एक्टिविटी को एक्युरेटली रीड कर पाएगा। ऐसे में अपना या किसी का फोन अपने की-बोर्ड के करीब न रखें। दोनों के बीच नें कम से कम 5 इंच की दूरी होनी जरूरी है।

3. फ्री चार्जिंग स्टेशन्स

आप कभी-न-कभी फ्री चार्जिंग स्टेशन से रू-ब-रू हुए होंगे। ये एक तरह का हैकिंग मेथड है, जो लो बैटरी वाले यूजर्स को टार्गेट करता है। ये चार्जर आपके फोन में ट्रोजन मालवेयर इंजेक्ट करने का काम करते हैं। जैसे ही आप अपना स्मार्टफोन ऐसे चार्जर में लगाते हैं, हैकर्स को आपके स्मार्टफोन का फुल एक्सेस मिल जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक प्लगइन के एक मिनट के अंदर ही आपका स्मार्टफोन हैक हो सकता है।



कैसे बचें-

मॉल, एयरपोर्ट या किसी अन्य पब्लिक प्लेस पर ऐसे चार्जिंग स्टेशन से अपना स्मार्टफोन कभी चार्ज न करें। आपके स्मार्टफोन की बैटरी जल्दी खत्म होती है तो पावरबैंक साथ लेकर चलें।

4. पर्सनल वाई-फाई हॉटस्पॉट

अपने फोन से वाई-फाई हॉटस्पॉट देना भी खतरनाक हो सकता है। अगर आप पब्लिक प्लेस पर ऐसा करते हैं तो हैकर्स को आपका सिग्नल हैक करने का मौका मिल जाता है। साइबर क्रिमिनल्स हमेशा ओपन नेटवर्क की तलाश में रहते हैं। ओपन नेटवर्क से वो इलीगल मटेरियल्स डाउनलोड और डिस्ट्रिब्यूट कर सकते हैं।



कैसे बचें- अपने फोन और घर के वाई-फाई को स्ट्रॉन्ग पासवर्स से प्रोटेक्ट करें।

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