जानें एंड्रॉयड और आईओएस की टक्कर में कौन है बेहतर खिलाड़ी

यहां हम आपको इन दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम्स का इतिहास समेत यह बताएंगे कि कौन सा ओएस किससे ज्यादा बेहतर है

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 08 Sep 2017 01:51 PM (IST) Updated:Sat, 09 Sep 2017 11:00 PM (IST)
जानें एंड्रॉयड और आईओएस की टक्कर में कौन है बेहतर खिलाड़ी
जानें एंड्रॉयड और आईओएस की टक्कर में कौन है बेहतर खिलाड़ी

नई दिल्ली (जेएनएन)। मौजूदा समय में कई लोग आईफोन खरीदने की चाह रखते हैं। आईफोन खरीदने के लिए कई लोगों ने अलग-अलग तरह के कारनामे भी किए हैं। जहां एक तरफ आईफोन खरीदने के लिए लोगों ने अपनी किडनी तक बेचने के बारे में सोचा। वहीं, दूसरी तरफ पिछले साल फॉक्सकॉन कंपनी के एक पुराने सीनियर मैनेजर ने चीन में आईफोन चोरी किए थे। जानकारी के अनुसार, चोरी किए गए आईफोन की कीमत करीब 15 लाख डॉलर आंकी जा रही थी। आरोपी ने कंपनी के करीब 5700 आईफोन को चीन की फैक्टरी से चोरी कर उन्हें रिटेल बाजार में बेच दिया था। एप्पल आईफोन खरीदने के लिए लोगों ने न जाने क्या-क्या किया है। लेकिन क्या आपने कभी ये जानने की कोशिश की है कि आखिर आईफोन में ऐसा क्या हो जो उसे एंड्रॉयड से अलग बनाता है। इस पोस्ट में हम आपके सभी सवालों का जवाब देंगे। यहां हम आपको इन दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम्स के इतिहास समेत यह बताएंगे कि कौन सा ओएस किससे ज्यादा बेहतर है।

तो चलिए सबसे पहले जानते हैं इन दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम्स का संक्षिप्त इतिहास:

आईफोन:

आईफोन को साल 2007 में स्टीव जॉब्स ने पेश किया था। इसके बाद से लगभग हर साल कंपनी ने एक नया आईफोन लोगों के सामने पेश किया है। कंपनी ने अपना पहला हैंडसेट 3.5 इंच मल्टी टच के साथ पेश किया था। इसे 4/8/16 जीबी की इंटरनल मैमोरी दी गई थी। 2 एमपी के रियर कैमरा के साथ इसमें ली-ऑन बैटरी दी गई थी। इस फोन के अब तक के सफर की जानकारी आपको नीचे दिए गए लिंक पर जाकर मिल जाएगी।

http://www.jagran.com/technology/tech-news-all-you-want-to-know-about-apple-iphones-journey-16012986.html

एंड्रॉयड:

इसे गूगल द्वारा साल 2008 में सितंबर में पेश किया गया था। इसका सबसे पहला वर्जन 1.6 डोनट था जिसके बाद से अब तक इसके कई वर्जन्स लॉन्च किए जा चुका है। एंड्रॉयड का लेटेस्ट वर्जन 8.0 Oreo है। इसे हाल ही में जारी किया गया है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम को दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।

आईफोन बनाम एंड्रॉयड:

आखिर क्यों एंड्रॉयड से बेहतर है आईफोन?

स्पीड: अगर इस सेगमेंट की बात करें तो इसमें आईफोन ने बाजी मारी है। एंड्रॉयड की तुलना में आईफोन ज्यादा फास्ट काम करता है। साथ ही इसका इंटरफेस भी काफी स्मूथ है। आईफोन पर कई काम एक साथ किए जा सकते हैं। जबकि एंड्रॉयड मल्टीटास्किंग काम में थोड़ा पीछे है।

हैंग: इस सेगमेंट में भी आईफोन पहले पायदान पर है। ऐसा इसलिए क्योंकि आईफोन में हैंग की समस्या नहीं आती है। जबकि एंड्रॉयड में यह समस्या काफी आम है।

वायरस: वायरस के मामले में आईफोन काफी सुरक्षित माना जाता है। इसका सिस्टम काफी सिक्योर बनाया गया है। लेकिन अगर बात एंड्रॉयड की हो तो थर्ड पार्टी एप्स डाउनलोड करने पर फोन में वायरस आने का खतरा हमेशा ही बना रहता है। इसके अलावा कई बार दूसरी डिवाइस से कनेक्ट करने पर भी इस समस्या को झेलना पड़ता है।

सिरी: वर्चुअल असिस्टेंट की बात करें तो आईफोन में सिरी को सबसे पहले पेश किया गया था। जिसके बाद ही सैमसंग समेत दूसरी कंपनियों ने फोन में वर्चुअल असिस्टेंट देने की शुरुआत की थी।

इन कारणों से नहीं पसंद आएगा आपको आईफोन:

सिंगल सिम: आईफोन में सिंगल सिम ही इस्तेमाल की जा सकती है। ऐसे में ड्यूल सिम इस्तेमाल करने वालों को यह फोन पसंद नहीं आएगा। जबकि आजकल कई ऐसे एंड्रॉयड हैंडसेट उपलब्ध हैं जो तीन सिम का विकल्प देते हैं।

ब्लूटूथ: एंड्रॉयड में ब्लूटूथ की सुविधा दी गई है। इससे किसी भी डिवाइस को कनेक्ट किया जा सकता है। जबकि आईफोन में ऐसी कोई सुविधा नहीं है।

मैमोरी: आईफोन में इंटरनेट मैमोरी को बढ़ाने का कोई तरीका मौजूद नहीं है। जबकि एंड्रॉयड में एसडी कार्ड का विकल्प मिलता है। ऐसे में जिन्हें ज्यादा मैमोरी वाला फोन चाहिए उनके लिए एंड्रॉयड ही बेस्ट है।

कीमत: कीमत के मामले में एंड्रॉयड, आईफोन को पीछे छोड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आज जहां एंड्रॉयड 2,000 से 3,000 रुपये की शुरुआती कीमत में उपलब्ध है। वहीं, आईफोन को खरीदने के लिए यूजर्स को 30 से 40,000 रुपये खर्च करने पड़ते हैं।

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