महाकाल दर्शन के लिए टोकन सिस्टम

महाकाल मंदिर में श्रद्घालुओं को दर्शन की कतार में नहीं लगना पड़ेगा। मंदिर प्रबंध समिति जल्द ही टोकन सिस्टम लागू करेगी। इसके लिए समिति ने 18 जनवरी तक निविदाएं बुलाई हैं। सबकुछ ठीक रहा तो मार्च में प्रयोगात्मक रूप से 15 दिन के लिए इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2016 03:05 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2016 03:09 PM (IST)
महाकाल दर्शन के लिए टोकन सिस्टम

उज्जैन। महाकाल मंदिर में श्रद्घालुओं को दर्शन की कतार में नहीं लगना पड़ेगा। मंदिर प्रबंध समिति जल्द ही टोकन सिस्टम लागू करेगी। इसके लिए समिति ने 18 जनवरी तक निविदाएं बुलाई हैं। सबकुछ ठीक रहा तो मार्च में प्रयोगात्मक रूप से 15 दिन के लिए इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा। प्रदेश में पहली बार किसी मंदिर में टोकन सिस्टम लागू किया जा रहा है।

सहायक प्रशासक प्रीति चौहान ने बताया नई व्यवस्था के तहत फोटो मैट्रिक सिस्टम के जरिए दर्शनार्थियों को पास जारी होंगे। इस पर श्रद्घालु का फोटो, दर्शन का समय तथा संख्या अंकित रहेगी। भक्त पास पर दिए गए समय पर प्रवेश द्वार पर पहुंचेंगे और उन्हें सुविधा से प्रवेश दिया जाएगा। इससे दर्शनार्थियों को कतार में नहीं लगना पड़ेगा।

विशेष पास के लिए श्रद्घालुओं को कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। पास जारी करने वाली कंपनी विज्ञापन के जरिए धन जुटाएगी। इसका कुछ अंश मंदिर समिति को भी देना होगा। मंदिर में 10 काउंटर, शहर में भी खुलेंगेमैट्रिक सिस्टम के लिए फैसिलिटी सेंटर में 10 काउंटर रहेंगे। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित शहर के अन्य प्रमुख हिस्सों में भी काउंटर खोलने की योजना है। पास में दर्शनार्थी का फोटो, उम्र, निवास स्थान आदि महत्वपूर्ण जानकारी का उल्लेख रहेगा।

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