Putrada Ekadashi Upay: पुत्रदा एकादशी के दिन जरूर करें ये उपाय, बाधाओं से मुक्त होगी संतान

Putrada Ekadashi Upay आज पुत्रदा एकादशी है जो हर वर्ष पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आती है। इस दिन विष्णु जी की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन कुछ उपाय किए जाते हैं जिससे बच्चों पर समस्याएं नहीं आती हैं।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 01:45 PM (IST)
Putrada Ekadashi Upay: पुत्रदा एकादशी के दिन जरूर करें ये उपाय, बाधाओं से मुक्त होगी संतान
Putrada Ekadashi Upay: पुत्रदा एकादशी के दिन जरूर करें ये उपाय, बाधाओं से मुक्त होगी संतान

Putrada Ekadashi Upay: आज पुत्रदा एकादशी है जो हर वर्ष पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आती है। इस दिन विष्णु जी की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि जो व्यक्ति इस व्रत को करता है उसे संतान की प्राप्ति होती है। अगर व्यक्ति की संतान है तो उसे बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है। कहा जाता है कि इस दिन कुछ उपाय किए जाते हैं जिससे बच्चों पर समस्याएं नहीं आती हैं। मान्यता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन के साथ पुत्रदा एकादशी का व्रत करता है उसकी संतान को बुरी आदतों, रोग और कई प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है। तो आइए जानते हैं ये उपाय।

पुत्रदा एकादशी के दिन जरूर करें ये उपाय:

1. एकादशी व्रत के दिन निर्जला व्रत किया जाता है। अगर कोई इस दिन किसी कारणवश व्रत नहीं करता है तो उसे इस दिन सात्विक भोजना करना चाहिए।

2. इस दिन विष्णु जी के साथ लड्डू गोपाल की पूजा भी की जानी चाहिए। लड्डू गोपाल की पूजा करने से पहले उन्हें पंचामृत से स्नान कराना चाहिए। इसमें तुलसी का इस्तेमाल जरूर करें। अगर ऐसा किया जाता है कि संतान से संबंधित सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

3. तुलसी की जड़ में शाम के समय घी का दीपक जलाना चाहिए। इससे घर की सुख-शांति बनी रहती है।

4. इस दिन विष्णु जी को खीर अर्पित करनी चाहिए। इससे आपकी संतान को नौकरी मिल जाती है।

5. अगर आपको किसी समस्या का हल न मिल रहा हो तो आपको शाम के समय पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाना चाहिए। साथ ही शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '

chat bot
आपका साथी