Budh Rashi Parivartan 2020: कर्क राशि में प्रवेश करने जा रहा है बुध, अगस्त के शुरुआत से ही होंगे बदलाव

Budh Rashi Parivartan 2020 02 अगस्त 2020 को प्रातकाल (पंचांग अनुसार 1 अगस्त 2020) को बुध गोचरवश कर्क राशि में प्रवेश करेंगे।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 29 Jul 2020 12:00 PM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2020 08:02 AM (IST)
Budh Rashi Parivartan 2020: कर्क राशि में प्रवेश करने जा रहा है बुध, अगस्त के शुरुआत से ही होंगे बदलाव
Budh Rashi Parivartan 2020: कर्क राशि में प्रवेश करने जा रहा है बुध, अगस्त के शुरुआत से ही होंगे बदलाव

Budh Rashi Parivartan 2020: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध को एक प्रमुख ग्रह माना गया है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में बुध का काफी बड़ा महत्व होता है। बुध, बुद्धि का कारक माना जाता है। सामाजिक जीवन से लेकर पारिवारिक जीवन और आध्यात्मिक जीवन में अच्छे बुध वाला व्यक्ति उत्तम निर्णय लेकर सदैव उचित कार्य करता है। ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि 2 अगस्त 2020 को प्रात:काल (पंचांग अनुसार 1 अगस्त 2020) को बुध गोचरवश कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। कर्क राशि में सूर्य पूर्व से ही विद्यमान है जिसके फलस्वरूप कर्क राशि में अत्यंत शुभ 'बुधादित्य योग' का निर्माण होगा। बुध को ज्योतिष शास्त्र में राजकुमार की पदवी हासिल है। बुध वाणी का नैसर्गिक कारक होता है, अत: वाणी संबंधित कार्य करने वाले व्यक्ति जैसे पत्रकार, कथावाचक, राजनीतिक, शिक्षक आदि इस गोचर से विशेष रूप से प्रभावित होंगे।

बुधादित्य योग:

बुधादित्य वह योग है जो बुध और सूर्य के संयोग से बनता है... कुंडली के जिस भी भाव में यह मौजूद होता है उसे बेहद मजबूत कर देता है। इसके अलावा यह जातक को बुद्धि धन, वैभव और प्रसिद्धि प्रदान करता है। आगामी 2 अगस्त, 2020 को दोपहर 3 बजकर 31 मिनट पर बुध का गोचर कर्क राशि में होने जा रहा है, कर्क राशि में सूर्य और बुध का एकसाथ होना बुधादित्य योग का निर्माण कर रहा है।

बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने हेतु उपाय-

कहा जाता है कि बुधवार के दिन हरा वस्त्र, साबुत मूंग, हरे फल का दान करने से फायदा मिलता है। बुधवार के दिन किन्नरों को हरी चूड़ियां दान करने से कष्टों का निवारण होता है। बुधवार के दिन तोते को पिंजरे से मुक्त कराने से काफी पुण्य अर्जित होता है। किसी बटुक या विद्यार्थी को धर्मशास्त्र की पढ़ाई के लिए पुस्तक दान में देना फायदेमंद साबित हो सकता है। 250 ग्राम साबुत मूंग बहते जल में प्रवाहित करें, उसका फायदा मिलेगा।

डिस्क्लेमर- 

''इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है. विभिन्स माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्म ग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारी आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी. ''

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