बुध देवता की पूजा खासकर संतान प्राप्ति व भूमि लाभ के लिए की जाती है

बुध देवता अपने भक्‍तों पर ज्ञान और धन की वर्षा करते हैं| बुधवार के दिन की गई एक प्रार्थना सभी बाधाओं से निजात दिलवाती है, जिससे कई गुना लाभ मिलता है|

By Preeti jhaEdited By: Publish:Tue, 06 Dec 2016 04:28 PM (IST) Updated:Wed, 07 Dec 2016 11:01 AM (IST)
बुध देवता की पूजा खासकर संतान प्राप्ति व भूमि लाभ के लिए की जाती है

बुध ग्रह सूर्य के सबसे करीब ग्रह है| बुध देवता जी की आरती एवं स्तुति का अपना ही एक महत्व है| ऐसा माना जाता है की बुध देवता अपने भक्तों पर ज्ञान और धन की वर्षा करते हैं| बुधवार के दिन की गई एक प्रार्थना सभी बाधाओं से निजात दिलवाती है, जिससे कई गुना लाभ मिलता है| मुख्यतः रूप से संतान प्राप्ति तथा भूमि के लाभ मे इनकी खासकर पूजा की जाती है|

बुधवार वर्त की विधि इस प्रकार है:

ग्रह शांति तथा सर्व - सुखोंं की इच्छा रखने वालो को बुधवार का व्रत करना चाहिए |

रात दिन में एक ही बार भोजन करे |

व्रत में हरी वस्तुओ का प्रयोग करना उत्तम है |

व्रत के अंत में शंकर जी की पूजा, धूप, बेल - पत्र आदि से करनी चाहिए |

कथा के बीच में नहीं उठना चाहिए |

बुधवार व्रत की आरती

बुधवार व्रत की आरती इस प्रकार है:

आरती युगलकिशोर की कीजै |

तन मन धन न्योछावर कीजै || टेक ||

गौरश्याम मुख निरखत रीजे |

हरि का स्वरुप नयन भरि पीजै ||

रवि शशि कोटि बदन की शोभा |

ताहि निरखि मेरो मन लोभा ||

ओडे नील पीत पट सारी |

कुंजबिहारी गिरिवरधारी ||

फूलन की सेज फूलन की माला |

रतन सिहांसन बैठे नंदलाला ||

कंचनथार कपूर की बाती |

हरि आये निर्मल भई छाती ||

श्री पुरषोतम गिरिवरधारी |

आरती करें सकल ब्रज नारी ||

नंदनंदन ब्रजभान, किशोरी |

परमानंद स्वामी अविचल जोरी ||

chat bot
आपका साथी