Hanuman Chalisa: हनुमान चालीसा 8 बार क्यों पढ़नी चाहिए? जानें इसका महत्व

Hanuman Chalisa मान्यता है कि हनुमान चालीसा के पाठ से कई तरह की तकलीफों का नाश हो जाता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि के साथ आरोग्य का वास होता है। हनुमान चालीसा एक बेहद सहज और सरल बजरंगबली की आराधना में की गई एक काव्यात्मक 40 छंदों वाली रचना है।

By Kartikey TiwariEdited By: Publish:Tue, 27 Oct 2020 06:19 AM (IST) Updated:Tue, 27 Oct 2020 07:06 AM (IST)
Hanuman Chalisa: हनुमान चालीसा 8 बार क्यों पढ़नी चाहिए? जानें इसका महत्व
हनुमान चालीसा के पाठ का विशेष महत्व बतलाया गया है।

Hanuman Chalisa: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, हनुमानजी को एक बार बचपन में जब भूख लगी तो वह सूर्य को फल समझकर निगल गए थे। बजरंगबली के पास अपार शक्तियां थीं, इसका उपयोग कर जब वह सूर्य को निगलने के लिए आगे बढ़े तो देवराज इन्द्र ने अपने व्रज से प्रहार कर उनको मूर्छित कर दिया। हनुमानजी के मूर्छित होने की बात जब पवन देव को पता चली तो वह काफी नाराज हुए। ऐसे में देवताओं को हनुमानजी के रुद्र अवतार होने का पता चला, तो सभी ने उनको कई शक्तियां प्रदान कीं। मान्यता है कि देवताओं ने जिन मंत्रों और हनुमानजी की विशेषताओं को बताते हुए उन्हें शक्तियां प्रदान की थीं, उन्हीं मंत्रों के सार को गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान चालीसा में समाहित किया है। दरअसल हनुमान चालीसा में मंत्र न होकर हनुमानजी के पराक्रम की विशेषताएं बतलाई गई हैं।

हनुमान चालीसा पाठ का महत्व

ज्योतिषविद् अनीष व्यास ने बताया कि हनुमान चालीसा एक बेहद सहज और सरल बजरंगबली की आराधना में की गई एक काव्यात्मक 40 छंदों वाली रचना है। तुलसीदासजी बाल्यावस्था से ही श्रीराम और हनुमान के भक्त थे, इसलिए उनकी कृपा से उन्होंने महाकाव्यों की रचना की है। मान्यता है कि हनुमान चालीसा के पाठ से कई तरह की तकलीफों का नाश हो जाता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि के साथ आरोग्य का वास होता है। यदि किसी कारण मन अशांत है तो हनुमान चालीसा के पाठ से मन को शांति मिल सकती है। हर तरह के भय का नाश भी इसके पाठ से हो सकता है।

शनि के कष्टों से मुक्ति के लिए हनुमान चालीसा का पाठ

सनातन संस्कृति में हनुमान चालीसा के पाठ का विशेष महत्व बतलाया गया है। इसको श्रद्धापूर्वक, एकाग्रचित्त होकर पढ़ने से कई व्याधियों से छुटकारा मिल सकता है। हनुमान चालीसा के पाठ से शनि संबंधी कष्टों का नाश होता है। शनि की साढ़ेसाती, ढैया, पनौती, शनि का नीच या कुंडली में अशुभ फल देने पर हनुमान चालीसा का पाठ विशेष फलदायी हो सकता है। इसके पाठ से बुरी शक्तियों का नाश होता है और हनुमान भक्त के पास वो फटकती भी नहीं हैं। किसी अपराध के हो जाने पर हनुमान चालीसा का पाठ कर क्षमायाचना करने से उस अपराध से मुक्ति मिल सकती है।

जीवन में किसी बात को लेकर हो रहे तनाव की दशा में हनुमान चालीसा के पाठ से मन को काफी शांति का अहसास होता है। किसी यात्रा के लिए प्रस्थान करने से पहले हनुमान चालीसा का पाठ पढ़कर यात्रा करने से उसके सफल होने के योग बढ़ जाते हैं। महाबली हनुमान बल और बुद्धि के देवता हैं, इसलिए इसका पाठ करने से इन दोनों की प्राप्ति हो सकती है। हनुमान चालीसा दैवीय गुणों से ओतप्रोत है, इसलिए इसका पाठ संयम रखकर, नियमों के साथ श्रद्धापूर्वक करने से अलौकिक शक्ति का अहसास होता है।

8 बार क्यों करें हनुमान चालीसा पाठ

इसके पाठ से तन-मन की शुद्धि होती है और मानव हर तरह से निर्मल हो जाता है। हनुमान चालीसा के पाठ से शरीर, मन और घर-परिवार की नकारात्मकता दूर होकर सकारात्मकता का प्रवाह होता है। रात्रि के समय हनुमान चालीसा का पाठ 8 बार पढ़ने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल सकती है। मान्यता है कि जो मानव रात के समय हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, उनकी रक्षा स्वयं महाबली हनुमान करते हैं।

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