इसे अर्धनारीश्वर का स्वरूप भी मानते हैं

शिवलिंग जमीन से लगभग 85 फीट ऊंचा व 105 फीट गोलाकार है। गांव के लोग बताते हैं कि पहले यह टीला छोटे रूप में था।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Mon, 25 Jul 2016 11:09 AM (IST) Updated:Mon, 25 Jul 2016 11:31 AM (IST)
इसे अर्धनारीश्वर का स्वरूप भी मानते हैं

गरियाबंद जिला मुख्यालय से 3 किमी दूर ग्राम मरौदा में पहाड़ियों के बीच स्थित भूतेश्वर महादेव शिवलिंग प्रदेश का सबसे बड़ा माना जाता है। यह जमीन से लगभग 85 फीट ऊंचा व 105 फीट गोलाकार है। गांव के लोग बताते हैं कि पहले यह टीला छोटे रूप में था। धीरे-धीरे इसकी ऊंचाई एवं गोलाई बढ़ती जा रही है।

यह भी किंवदंती हैं कि इनकी पूजा छुरा नरेश बिंद्रनवागढ़ के पूर्वजों द्वारा की जाती रही हैं। बताया जाता है कि शिवलिंग पर एक हल्की सी दरार भी है, जिसके कारण लोग इसे अर्धनारीश्वर का स्वरूप भी मानते हैं।

राजधानी से दूरी- 90 किमी
आकार - 85 फीट ऊंचा व 105 फीट गोलाकार।
मान्यता - श्रध्दालुओं का मानना है कि शिवलिंग प्रतिवर्ष लगभग 6 से 8 इंच बढ़ता है।

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