वृंदावन में रंगभरनी एकादशी से चढ़ी है होली की खुमारी

होली के रंग में ब्रज सराबोर है। गोकुल की छड़ी होली के बाद प्रभु ने द्वारिकाधीश मंदिर में भक्तों के साथ होली खेली तो भक्ति के रंग में सभी सराबोर हो गए। प्रभु के लिए सजाए गए बगीचे के अद्भुत दर्शन कर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 04 Mar 2015 01:10 PM (IST) Updated:Wed, 04 Mar 2015 01:12 PM (IST)
वृंदावन में रंगभरनी एकादशी से चढ़ी है होली की खुमारी

मथुरा। होली के रंग में ब्रज सराबोर है। गोकुल की छड़ी होली के बाद प्रभु ने द्वारिकाधीश मंदिर में भक्तों के साथ होली खेली तो भक्ति के रंग में सभी सराबोर हो गए। प्रभु के लिए सजाए गए बगीचे के अद्भुत दर्शन कर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए।

होली का आयोजन मंगलवार को अपरान्ह एक बजे शुरू हुआ। ठाकुर द्वारिकाधीश महाराज ने मंदिर के जगमोहन प्रांगण में अबीर, गुलाब, टेसू के फूल, पिचकारियों से भक्तों के साथ होली खेली तो द्वापरयुग जीवंत हो उठा। जिस श्रद्धालु पर भी यह रंग और अबीर गुलाल पड़ता वह अपने को निहाल समझता। मंदिर का वातावरण सतरंगी हो गया। प्रभु की भक्ति में ओत-प्रोत श्रद्धालु होली खेलन आए हैं नटवर नंद किशोर, आज ब्रज में होरी रे रसिया, प्रभु ने ऐसा रंग डाला आदि होली के रसियाओं पर झूम रहे थे। सभी सुध-बुध खोकर एक दूसरे को अबीर-गुलाल और रंग लगा रहे थे।

मंदिर के मीडिया प्रभारी एड. राकेश तिवारी ने बताया कि शयन के दर्शन सांय साढ़े चार से पांच बजे तक हुए।

भगवान श्रीकृष्ण की नगरी श्रीधाम में इन दिनों रंगो की बौछार रंगभरनी एकादशी से शुरू हो चुकी है। ठा. बांके बिहारी मंदिर में परंपरागत तरीके से पिछले तीन दिनों से होली खेली जा रही है। जबकि श्री राधा बल्लभमंदिर में गुलाल की बौछार सुबह से दोपहर तक होती है, यही स्थिति यहां के सभी मंदिरों की बनी हुई है। इसके अलावा परिक्रमा मार्ग, आश्रमों, कुंजगलियों में बने मंदिरों, कुंज और निकुंज में होली के रंग बिखर रहे हैं। गोरखपुर के देवनगर निवासी रज्जोलाल, विकास कुमार, रवी शर्मा और कमलेश कुमारी ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर में होली खेली। यहां की कुंजगलियों में रंगों की बौछार देखी। वृंदावन की महिमा निराली है।

हरिवंश नगर स्थित आश्रम परिसर में विभिन्न शहरों से आए श्रद्धालुओं ने आचार्य श्रीभगवान भइयाजी के सानिध्य में होली महोत्सव का आनंद उठाया। इस दौरान 'मेरौ खोए गयौ बाजू बंद.. रसिया होरी मैं और आज बिरज मैं होरी रे रसिया पर लोग झूमते रहे। पारस सिटी परिसर में मंगलवार को फूलों की होली आचार्य मारुति नंदन बागीश के सानिध्य में हुई। गायक राकेश नवल ने होली गीत सुनाए , जिसे सुन श्रद्धालु थिरकते रहे। इस अवसर पर डॉ. पवन, डॉ. दीपक, डॉ. ज्योति, सतीश नारायण अग्रवाल, आचार्य मुकेश, शिवा शास्त्री, आचार्य श्रीधर आदि मौजूद रहे। पत्थरपुरा स्थित दिल्ली वाली धर्मशाला में मंगलवार शाम को होली गीत हुए। एक दूसरे के संग गुलाल और अबीर लगाया। मनाया।

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