'अलविदा जुमा' की नमाज अता करने उमड़ी भीड़
रमजान महीने के अंतिम शुक्रवार को अलविदा जुमा की नमाज अता करने स्थानीय जामा मस्जिद प्रांगण में बड़ी संख्या में लोग जुटे। सभी ने परिवार के सुख-समृद्घि व विश्व शांति की कामना की।
अंबिकापुर। रमजान महीने के अंतिम शुक्रवार को अलविदा जुमा की नमाज अता करने स्थानीय जामा मस्जिद प्रांगण में बड़ी संख्या में लोग जुटे। सभी ने परिवार के सुख-समृद्घि व विश्व शांति की कामना की। अलविदा जुमा की नमाज मौलाना नूर आलम ने पढ़ाई। अलविदा जुमा के बाद अब ईद की खुशियां सप्ताह बाद बिखरेंगी। स्थानीय जामा मस्जिद के अलावे शहर के सभी मस्जिदों में नमाज अता करने लोगों की भीड़ उमड़ी।
जामा मस्जिद सहित सभी जगह पुलिस बल कानून व्यवस्था बनाने तैनात रहा। रमजान का महीना सात जून को आरंभ हुआ है। भीषण गर्मी के बीच वर्षों बाद पड़े इस लंबे रोजे के बावजूद धार्मिक श्रद्घा,भावना से छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग पीछे नहीं हैं। रमजान के महीने में अलविदा जुमा की नमाज का विशेष महत्व है। रमजान महीने के अंतिम शुक्रवार के बाद ईद का पर्व मनाया जाता है। अलविदा जुमा का रमजान के महीने में कितना महत्व है इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि स्थानीय जामा मस्जिद में शुक्रवार को अलविदा जुमा का नमाज अता करने बड़ी संख्या में मुस्लिम जुटे। जामा मस्जिद के पेशइमाम मौलाना नूर आलम मिस्बाही ने सभी को अलविदा जुमा की नमाज अता कराई।
उन्होंने सभी के लिए परिवार की सुख-समृद्घि, सामाजिक एकता, सांप्रदायिक एकता व विश्व शांति की कामना की। मौलाना नूर आलम ने सभी को नेक रास्ते पर चलने का आह्वान किया। जामा मस्जिद के अलावा शहर के सभी मस्जिदों में अलविदा जुमा की नमाज अता करने लोगों की भीड़ उमड़ीं। सप्ताह भर बाद ईद की खुशियां मनाई जाएंगी। इसके लिए तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। हर घर में तरह-तरह के पकवान बनाए जाएंगे तथा सेवईयों की बिक्री भी बढ़ गई है। इसके अलावा बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के लिए नए-नए परिधान खरीदे जा रहे हैं। आने वाली ईद को देखते हुए बच्चों में अभी से उत्साह देखा जा रहा है। अलविदा जुमा की नमाज अता करने के दौरान जामा मस्जिद में अंजुमन कमेटी की ओर से नमाजियों के लिए व्यापक व्यवस्था की गई थी। कमेटी के आग्रह पर जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम ने भी साफ-सफाई के साथ पुलिस बल की व्यवस्था की थी। चिलचिलाती धूप ने किया परेशान- जामा मस्जिद में इस बार अलविदा जुमा का नमाज अता करने बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। मस्जिद के सामने का मार्ग दोनों ओर से बंद कर दिया गया था। मस्जिद के सामने की जगह कम पड़ी तो लोग जयस्तंभ से लेकर बरेजपारा मोड़ तक बैठ नमाज अता कर रहे थे। इस दौरान चिलचिलाती धूप ने नमाजियों को परेशान कर दिया। जुलाई माह के पहले दिन की धूप ने सभी को मुसीबत में डाल दिया था।