ब्रह्मोत्सव आज से, यहां दस दिनों तक निकाली जाएगी दस तरह की सवारिया

प्रख्यात रंगजी मंदिर का दस दिवसीय ब्रह्मोत्सव का मेला सोमवार से प्रारंभ होने जा रहा है। इस अवसर पर दस दिनों तक ठाकुरजी की सवारी निकाली जाएगी। जिसे देखने को आसपास के जिलों के अलावा दक्षिण भारतीय श्रद्धालुओं एकत्रित होंगे।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Mon, 09 Mar 2015 02:42 PM (IST) Updated:Mon, 09 Mar 2015 02:46 PM (IST)
ब्रह्मोत्सव आज से, यहां दस दिनों तक निकाली जाएगी दस तरह की सवारिया

वृंदावन। प्रख्यात रंगजी मंदिर का दस दिवसीय ब्रह्मोत्सव का मेला सोमवार से प्रारंभ होने जा रहा है। इस अवसर पर दस दिनों तक ठाकुरजी की सवारी निकाली जाएगी। जिसे देखने को आसपास के जिलों के अलावा दक्षिण भारतीय श्रद्धालुओं एकत्रित होंगे।

रविवार को मंदिर प्रांगण और आसपास की सड़कों पर मेले में दुकानें और झूले आदि सजा दिए गए हैं।

ब्रह्मोत्सव कार्यक्रम के तहत सोमवार को पूर्ण कोठी, सिंह की सवारी के दर्शन होंगे। मंगलवार को सूर्यप्रभा और हंस की सवारी निकाली जाएगी। बुधवार को श्रीगरुडज़ी और हनुमानजी की सवारी निकलेगी। इसी दिन रात में यहां छोटी आतिशबाजी होगी। इसी प्रकार आगामी गुरुवार को शेषजी और कल्पवृक्ष, शुक्रवार को पालकी और सिंह शादरुल, शनिवार को कांच के विमान में हाथी पर सवार होकर ठाकुरजी होली का आनंद लेंगे।

रविवार को प्रभु की रथ की सवारी निकाली जाएगी। इसके बाद अगले सोमवार को घोड़ा की सवारी और आतिशबाजी की जाएगी। मंगलवार को पालकी और यमुना स्वरूपणी पुष्करणी में स्नान और चंद्रप्रभा की सवारी निकाली जाएगी। दसवें दिन बुधवार को पुष्प विमान निकलेगा।

मेला में झूले और दुकानें सजीं -रंगजी मेला के लिए मंदिर के अंदर और बाहर दुकानें और सड़कों पर झूले सज गए हैं। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि मेले में सुबह से श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो चुका है। बड़े पैमाने पर लोग खरीदारी कर रहे हैं। झूला संचालकों ने बताया कि अभी झूलों पर कम लोग झूल रहे हैं।

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