हर ओर शिव से बांधी डोर

मन में श्रद्धा और चेहरे पर शांति का भाव लिए भक्तों की भारी भीड़ शिवालयों के बाहर जमा थी। बारिश की रिमझिम फुहार के बीच भक्त ओम नम: शिवाय, हर-हर महादेव, बम भोले का जयघोष करते हुए कतार में घंटों खड़े रहे। अंतिम सोमवार को ही प्रदोष पर्व भी होने के कारण चहुंओर भक्तिमय माहौल नजर आया।

By Edited By: Publish:Tue, 31 Jul 2012 01:38 PM (IST) Updated:Tue, 31 Jul 2012 01:38 PM (IST)
हर ओर शिव से बांधी डोर

इलाहाबाद। मन में श्रद्धा और चेहरे पर शांति का भाव लिए भक्तों की भारी भीड़ शिवालयों के बाहर जमा थी। बारिश की रिमझिम फुहार के बीच भक्त ओम नम: शिवाय, हर-हर महादेव, बम भोले का जयघोष करते हुए कतार में घंटों खड़े रहे। अंतिम सोमवार को ही प्रदोष पर्व भी होने के कारण चहुंओर भक्तिमय माहौल नजर आया। किसी के हाथ में गंगाजल, तो कोई दूध और पुष्प लेकर अपनी बारी के इंतजार में रहा।

महिलाएं, पुरुष, बच्चे और बुजुर्ग घंटों लाइन में नंगे पांव खड़े रहे। शिवलिंग पर भक्तों ने दूध, मदार, गंगाजल, धतूरा, भांग और भस्म आदि चढ़ाकर विधि-विधान से पूजन-अर्चन कर स्वयं के कल्याण की कामना की।

घरों व शिवालयों में शिव चालीसा, रुद्राभिषेक, महाभिषेक, महामृत्युंजय का जाप कराया गया। भोर से शुरू हुआ दर्शन-पूजन का सिलसिला देर रात तक चलता रहा।

कांवरियों ने किया जलाभिषेक-

सावन के अंतिम सोमवार पर शिवालयों व गंगा के घाटों पर कांवरियों का हुजूम उमड़ पड़ा। संगम, दशाश्‌र्र्वमेधघाट, रामघाट, दारागंज, शिवकोटि सहित अनेक गंगा घाटों पर भोर से ही स्नानार्थियों व कांवरियों का रेला पहुंचने लगा।

गेरुआ वस्त्र पहने कांवरियों ने जब बोलबम का नारा लगाया तो उसकी गूंज दूर तक सुनाई पड़ी। कांवरियों ने स्नान करने के बाद वहां का जल भरकर मनकामेश्‌र्र्वर, दशाश्‌र्र्वमेध महादेव, शिवकोटि, पंचमुखी महादेव, हनुमत निकेतन, पडि़ला महादेव और भोलेगिरि आदि शिवालयों में चढ़ाया।

ललितेश्‌र्र्वर एवं पारदेश्‌र्र्वर महादेव का हुआ अभिषेक-

महाशक्तिपीठ ललितादेवी मंदिर परिसर स्थित ललितेश्‌र्र्वर एवं पारदेश्‌र्र्वर महादेव का सामूहिक रुद्राभिषेक किया गया। आचार्य राघवेंद्र स्वरूप ब्रंाचारी एवं अशोक मिश्र के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अध्यक्ष हरिमोहन वर्मा ने अभिषेक किया। शाम को भंडारे का आयोजन हुआ। इसमें धीरज नागर, सुमित श्रीवास्तव, वीसी वर्मा, दिलीप, अनुराग चंद्र, कौशल, अशोक, दीपक आदि शामिल रहे।

द्वादश ज्योतिर्लिग का रुद्राभिषेक-

हरिहर आरती समिति की ओर से रामघाट पर द्वादश ज्योतिर्लिग निर्मित पिंडी पर रुद्राभिषेक किया गया। आचार्यो के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भक्तों ने सामूहिक रुद्राभिषेक कर जनकल्याण की कामना की। इसमें सुरेशचंद्र, अवधेशचंद्र गुप्त, प्रमोद पांडेय, अवधेश चंद्र निषाद, नरेंद्र मौर्य,रेनू मिश्र, संजय मेहरोत्रा, बंटी अग्रवाल आदि शामिल रहे। श्री निंबार्क आश्रम स्थित सर्वेश्‌र्र्वर महादेव का पुष्प से मोहक श्रृंगार कर भजन संध्या का आयोजन किया गया।

भक्तों ने किया अमरनाथ का दर्शन-

महाजनी टोला स्थित प्राचीन बाबा बंदेश्‌र्र्वरनाथ महादेव मंदिर प्रांगण में सावन महोत्सव का आयोजन हुआ। मंदिर में बाबा अमरनाथ की तर्ज पर बर्फ का शिवलिंग निर्मित किया गया, जिसका दर्शन-पूजन करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ जुटी। शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने शिवलिंग की आरती उतारकर महोत्सव का शुभारंभ किया। इस दौरान कलाकारों ने ध्वनि-प्रकाश के माध्यम से शिव तांडव एवं काली नृत्य की प्रस्तुत की। जबकि शिव बारात, श्रीकृष्ण की रासलीला एवं फूलों की होली देख भक्त मंत्रमुग्ध हो गए। अरविंद त्रिपाठी ने बताया कि मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ व भंडारा होगा।

भंडारे में उमड़ी भक्तों की भीड़-

सावन के अंतिम सोमवार को आजाद नगर स्थित शिव मंदिर पर भंडारे का आयोजन किया गया। इसमें भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। शाम से शुरू हुआ भंडारा देर रात तक चलता रहा। इस दौरान बनाए गए पंडाल में भक्ति गीतों को प्रस्तुत किया गया।

इस अवसर पर सर्वजीत सिन्हा, लल्लन यादव, डा. जय सक्सेना, प्रिंसू कुशवाहा, संदीप कुमार, अनूप मजूमदार, पीयूष कुशवाहा, शुभम् सक्सेना, सोनू कुशवाहा, पप्पू केसरवानी, आनंद सिन्हा आदि मौजूद थे।

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