न्याय के देवता से मांगा आशीष

जेष्ठ अमावस्या पर न्याय के देवता शनिदेव की जयंती रविवार को धूमधाम से मनाई गई। मंदिरों एवं घरों में शनिदेव का भव्य श्रृंगार व पूजन किया गया। शनि मंदिरों में दर्शन-पूजन करने वालों का दिनभर तांता लगा रहा।

By Edited By: Publish:Mon, 21 May 2012 04:23 PM (IST) Updated:Mon, 21 May 2012 04:23 PM (IST)
न्याय के देवता से मांगा आशीष

इलाहाबाद। जेष्ठ अमावस्या पर न्याय के देवता शनिदेव की जयंती रविवार को धूमधाम से मनाई गई। मंदिरों एवं घरों में शनिदेव का भव्य श्रृंगार व पूजन किया गया। शनि मंदिरों में दर्शन-पूजन करने वालों का दिनभर तांता लगा रहा। भक्तों ने व्रत रखकर शनिदेव से कल्याण का आशीष मांगा। सिद्धपीठ मां ललिता देवी मंदिर स्थित नवग्रह मंदिर में स्थापित शनिदेव की प्रतिमा का सुबह पंचामृत व सरसों के तेल से अभिषेक कर पुष्प आभूषणों से भव्य श्रृंगार किया गया। मानव कल्याण के लिए अध्यक्ष हरिमोहन वर्मा के नेतृत्व में शनि यज्ञ किया गया। इसके बाद सामूहिक आरती उतारी गई। इसमें धीरज नागर, सुमित श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। अतरसुइया स्थित सिद्धपीठ शनिधाम में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सुबह शनिदेव का अभिषेक हुआ। मंदिर में दर्शन-पूजन करने के लिए दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा। लोगों ने निशान चढ़ाकर कल्याण की कामना की। इसके बाद परागजी महाराज के नेतृत्व में श्रीशनि शांति हुतात्मक महायज्ञ एवं विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। रात में दीपोत्सव के तहत सामूहिक आरती उतारी गई। इसमें भारी संख्या में भक्त शामिल हुए। सिद्धेश्‌र्र्वरी गुप्त महापीठ में आचार्य कुशमुनि ने शनि प्राकट्य उत्सव मनाया। शनिदेव का विशेष श्रृंगार एवं पूजन करने के साथ सामूहिक हवन का आयोजन हुआ। शाम को भजन-कीर्तन किया गया।

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