पाप बढ़ने पर प्रभु अनेक रूप में होते हैं प्रकट

बल्केश्वर महादेव मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन भागवताचार्य संगीत कृष्ण महाराज ने बताया कि जब पृथ्वी पर पाप ज्यादा बढ़ता है, तब प्रभु अनेक रूप में प्रकट होते है। धर्म की स्थापना के लिए भगवान का अवतार होता है।

By Edited By: Publish:Thu, 03 Jan 2013 11:42 AM (IST) Updated:Thu, 03 Jan 2013 11:42 AM (IST)
पाप बढ़ने पर प्रभु अनेक रूप में होते हैं प्रकट

आगरा। बल्केश्वर महादेव मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन भागवताचार्य संगीत कृष्ण महाराज ने बताया कि जब पृथ्वी पर पाप ज्यादा बढ़ता है, तब प्रभु अनेक रूप में प्रकट होते है। धर्म की स्थापना के लिए भगवान का अवतार होता है।

बुधवार को भागवताचार्य संगीत कृष्ण महाराज ने जब नंदोत्सव का वर्णन किया तो बल्केश्‌र्र्वर मंदिर का प्रागंण नंद के आनंद भयौ जै कन्हैयालाल से गूंज उठा। उन्होंने बताया कि गोकुल में बाबा नंद के यहां लाला के जन्म की खुशी में बाबा नंद ने छह महीने तक उत्सव मनाया।

भगवान की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कृष्ण महाराज ने बताया कि भगवान बाबा नंद के यहां बालक बनकर आए, इसका मूल कारण यह था कि बाबा नंद के यहां दो लाख गायों की सेवा होती थीं। भागवत आरती यजमान अजय गुप्त ने की।

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