October Fast and Festivals: 09 अक्टूबर को है पापांकुशा एकादशी व्रत, जानें कब पड़ रही है शरद पूर्णिमा

Sharad Purnima Day and Date आइए जानते हैं कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में पड़ने वाले व्रत एवं त्योहार जैसे शरद पूर्णिमा पापांकुशा एकादशी शुक्र प्रदोष व्रत कब पड़ रहे हैं।

By kartikey.tiwariEdited By: Publish:Mon, 07 Oct 2019 12:59 PM (IST) Updated:Mon, 07 Oct 2019 12:59 PM (IST)
October Fast and Festivals: 09 अक्टूबर को है पापांकुशा एकादशी व्रत, जानें कब पड़ रही है शरद पूर्णिमा
October Fast and Festivals: 09 अक्टूबर को है पापांकुशा एकादशी व्रत, जानें कब पड़ रही है शरद पूर्णिमा

October Fast and Festivals: अक्टूबर का महीना व्रत एवं त्योहारों का महीना है। इस माह में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार जैसे दशहरा, दिवाली, शरद पूर्णिमा या आश्विनी पूर्णिमा, पापांकुशा एकादशी व्रत आदि आते हैं। मां दुर्गा की आराधना का पर्व नवरात्रि विजयादशमी के साथ ही संपन्न हो जाएगी। विजयादशमी मंगलवार 08 अक्टूबर को है। आइए जानते हैं कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में पड़ने वाले व्रत एवं त्योहार किस दिन और किस तारीख को आने वाले हैं, ताकि आप पहले से उनके लिए तैयारियां कर सकें।

अक्टूबर के महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार

09 अक्टूबर: पापांकुशा एकादशी व्रत सबका।

पापांकुशा एकादशी व्रत आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी ति​​थि को पड़ती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा विधि विधान से की जाती है। धा​र्मिक मान्यताओं के अनुसार, पापांकुशा एकादशी व्रत करने से मनुष्य के समस्त पाप ​कट जाते हैं और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।

10 अक्टूबर: पद्मनाभ द्वादशी।

पद्मनाभ द्वादशी आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को मनाई जाती है यानी पापांकुशा एकादशी के अलगे दिन पद्मनाभ द्वादशी होती है। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत पद्मनाभ स्वरूप की पूजा विधि विधान से की जाती है। भगवान विष्णु की कृपा से यह व्रत करने वाले लोगों को पूरे जीवन धन-संपदा और वैभव की कमी नहीं होती है। उनको मोक्ष की प्राप्ति होती है।

11 अक्टूबर: प्रदोष व्रत।

प्रदोष व्रत देवों के देव महादेव भगवान शिव को समर्पित है। यह प्रदोष व्रत शुक्रवार को है, इसलिए इसे शुक्र प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस दिन भगवान शिव की आराधना से सौभाग्य प्राप्त होता है। विवाहित जोड़ों के दाम्पत्य जीवन में सुख-शान्ति रहती है।

13 अक्टूबर: स्नान-दान-व्रतादि की आश्विनी पूर्णिमा। शरद पूर्णिमा। कोजागरी पूर्णिमा व्रत।

शरद पूर्णिमा या आश्विनी पूर्णिमा या कोजागरी पू​र्णिमा आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को पड़ती है। माना जाता है कि इस दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं से पूर्ण होता है और रात के समय अमृत वर्षा करता है। शरद पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने और खीर बनाकर उसे चांदनी रात में रखने का विधान है।

14 अक्टूबर: कार्तिक मास कृष्ण पक्षारंभ। कार्तिक मासीय व्रत-यम नियमादि प्रारंभ।

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