पत्नी को सरपंच जिताने के लिए पति ने सौ रुपये के स्टाम्प पर ही लिख दिया घोषणा पत्र, कानूनविदों ने बताया विधि विरुद्ध

जोधपुर की लूणी उपखंड के लूणावास खारा गांव में पत्नी को सरपंच जिताने के लिए पति ने सौ रुपयों के स्टैम्प पर ग्रामीणों से वोट देकर जिताने की अपील की। साथ ही गाँव के विकास के लिए किए जाने वाले कामों को भी स्टाम्प पर लिख कर बताया है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 05:45 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 06:06 PM (IST)
पत्नी को सरपंच जिताने के लिए पति ने सौ रुपये के स्टाम्प पर ही लिख दिया घोषणा पत्र, कानूनविदों ने बताया विधि विरुद्ध
सोसल मीडिया पर पत्नी को सरपंच जिताने की पति की यह कोशिश खूब वायरल हो रही है।

रंजन दवे, जोधपुर। कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के बाद शेष बचे गांवो में सरपंच व वार्ड पंचों के चुनाव हो रहे हैं। इसी क्रम में जोधपुर जिले की विभिन्न तहसीलों से तहत आयी ग्राम पंचायतों में भी गांवो की सरकार को लेकर चुनाव होने है। ऐसे में कोरोना के बावजूद चुनावी गांवो में राजनीति जाजम के रंग जम रहे हैं। बदलते दौर में प्रचार के तरीके और दावों घोषणाओं में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। जोधपुर की लूणी उपखंड के लूणावास खारा गांव में अपनी पत्नी को सरपंच जिताने के  लिए पति ने बाकायदा सौ रुपयों के स्टैम्प पर ग्रामीणों से वोट देकर जिताने की अपील की है ।साथ ही गाँव के विकास के लिए किए जाने वाले कामों को भी स्टाम्प पर लिख कर बताया है। हालांकि कानून के जानकारों का मामले में अलग तर्क है, लेकिन सोसल मीडिया पर पत्नी को सरपंच जिताने की पति की यह कोशिश खूब वायरल हो रही है।

जोधपुर के लूणी उपाखंड के लूणावास खारा में अक्टूबर की 6 तारीख को सरपंच पद पर चुनाव होना है, जहां गांव के उम्मेदसिंह ने अपनी पत्नी बबीना कंवर को सरपंच पद का प्रत्याशी बनाया है। इसके लिए उन्होंने गांव के विकास के लिए किए जाने वाले कार्यों को बकायदा 100 रुपये के रेवेन्यू स्टैम्प पर अंकित ही नहीं करवाया बल्कि नोटेरी भी करवाया है। इसके बाद से उनका यह स्टैम्प वाली पोस्ट जमकर वायरल हुई है। सरपंच पति ने बाकायदा स्टाम्प पर गांव के विकास को ध्यान में रखते हुए कामों की पूरा करने की दुहाई देते हुए वोट देने की अपील की है। अपनी पत्नी की जीत के बाद उन्होंने अपने स्टाम्प घोषणा पत्र में खुद की जमीन से एक बीघा भूमि देने के साथ वहां बड़ा हाल बनाने के दावा किया है। साथ ही प्रमुख चौराहे को अम्बेडकर का नाम दिए जाने का ऐलान भी किया है।इसके अलावा गांव में खुद की जमीन पर मंदिर बनाकर मय रास्ता उपलब्ध करवाने का भी वादा किया गया है।

कानून के जानकारों के अनुसार इस प्रकार स्टाम्प पर चुनावो में वोट की अपील कर गांव विकास के नाम पर  चुनावी समय किए जाने वाले कार्य की घोषणा करना एक तरह का प्रलोभन ही है, और किसी भी चुनाव में मतदाताओं को रिझाने उन्हें  लालच देकर आर्कषित करने का कृत्य न केवल अनुचित है बल्कि विधि के विरुद्ध भी है । वहीं यहां सरपंच प्रत्यासी के समर्थक के रूप में की गई व्यक्तिगत घोषणाओं के मद्देनजर प्रत्याशी कानूनी रूप से स्वयं को अलग रख सकती है।सरपंच चुनाव हेतु बनी नियमावली में  चुनाव हेतु नियम कानून शर्तें उल्लेखित हैं ।चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष , दबाव मुक्त , प्रलोभन मुक्त , जाति अथवा धर्म सहित किसी भी प्रकार के दबाव से परे भेदभाव रहित संपन्न होने चाहिए ।

क्या कहते है कानून के जानकार 

राजस्‍थान हाईकोर्ट के अधिवक्‍ता प्रवीण दयाल दवे कहते हैं कि यदि स्टांप पर लिखी जानकारी सत्य है तो चुनाव अधिकारी  का दायित्व बनता है कि वह इस संबंध में तत्काल उचित, विधिक एवं कठोर कदम उठाएं एवं  कार्रवाई करें। किसी भी प्रत्याशी को यह अधिकार नहीं है कि वह वोट प्राप्ति के लिए किसी भी प्रकार का लालच अथवा प्रलोभन मतदाताओं को दें ।इस प्रकार स्टांप पर लिख कर प्रलोभन दिया जाना न केवल अनुचित है बल्कि विधि के विरुद्ध भी है ।

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