राजस्थान में चलेगा "शुद्ध के लिए युद्ध" अभियान, मिलावटखोरों के खिलाफ कई कार्रवाई

मिलावट करने वालों को सख्त सजा दिए जाने को लेकर कानून में प्रावधान करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए नया मिलावट निरोधी कानून बनाने पर विचार किया जा रहा है। खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए राजस्थान सरकार शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरू करेगी।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Sun, 03 Jan 2021 12:00 PM (IST) Updated:Sun, 03 Jan 2021 12:00 PM (IST)
राजस्थान में चलेगा "शुद्ध के लिए युद्ध" अभियान, मिलावटखोरों के खिलाफ कई कार्रवाई
‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान शुरू, मिलावटखोरों के खिलाफ कई कार्रवाई

जयपुर, जागरण संवाददाता। खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए राजस्थान सरकार सोमवार से प्रदेशभर में ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान शुरू करेगी। यह अभियान एक माह तक चलेगा। इसके तहत दूध एवं दूध से बने पदार्थों के साथ ही घी,तेल व मसालों की जांच होगी।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिला कलेक्टरों को अभियान की कमान सौंपी है। जिला कलेक्टर प्रतिदिन अपने जिले में चलाए जाने वाले अभियान की निगरानी रखेंगे और नियमित तौर पर सरकार को रिपोर्ट भेजेंगे। जिलों में अतिरिक्त जिला कलेक्टर, उपखंड अधिकारी, रसद अधिकारी, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और डेयरी व पशुपालन विभाग के मिलावाटियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। इस काम में मुखबीर की मदद भी ली जाएगी। सभी जिम्मेदार विभागों की टीम अपने इलाकों में छापे मार कर कार्रवाई करेगी।

खाघ विभाग के प्रमुख सचिव नवीन जैन और फूड सेफ्टी कमिश्नर के.के.शर्मा ने बताया कि अभियान के दौरान खाद्य पदार्थ व्यापारियों के रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस नवीनीकरण का काम भी होगा। उल्लेखनीय है कि गहलोत ने अपने पिछले कार्यकाल में भी इसी तरह का अभियान प्रतिवर्ष चलाया था। इस अभियान के कारण उस दौरान मिलावटखोरों के खिलाफ कई कार्रवाई हुई थी। पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी यह अभियान चलाने का प्रस्ताव सीएम को भेजा था।

जानकारी के अनुसार ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान एक माह तक चलेगा। मिलावट करने वालों को सख्त सजा दिए जाने को लेकर कानून में प्रावधान करने की तैयारी कर रही है । इसके लिए नया मिलावट निरोधी कानून बनाने पर विचार किया जा रहा है ।

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