Udaipur Killing: कोर्ट के आदेश पर राजस्थान एसआईटी और पुलिस ने केस के दस्तावेज एनआईए को सौंपे, सात क्षेत्रों में कर्फ्यू

Udaipur Killing राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या का मामला जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया गया है। उदयपुर जिला एवं सत्र न्यायालय में शुक्रवार को एनआईए ने इस संबंध में प्रार्थना-पत्र पेश किया था।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Fri, 01 Jul 2022 08:22 PM (IST) Updated:Fri, 01 Jul 2022 08:22 PM (IST)
Udaipur Killing: कोर्ट के आदेश पर राजस्थान एसआईटी और पुलिस ने केस के दस्तावेज एनआईए को सौंपे, सात क्षेत्रों में कर्फ्यू
उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या का मामला जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया गया है।

जागरण संवाददाता, जयपुर! राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या का मामला जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया गया है। उदयपुर जिला एवं सत्र न्यायालय में शुक्रवार को एनआईए ने इस संबंध में प्रार्थना-पत्र पेश किया था। न्यायालय ने जांच एनआईए को सौंपने के निर्देश दिए । राजस्थान एसआईटी और पुलिस ने हत्याकांड से जुड़े दस्तावेज और अब तक मिले सबूत एनआईए के अधिकारियों को सौंप दिए हैं। इससे पहले हत्यारों मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद को बृहस्पतिवार देर रात तीन बजे अजमेर की हाई सिक्योरीटी जेल में पहुचांया गया । जेल के आसपास भारी सुरक्षा बंदोबस्त किया गया है। शुक्रवार दोपहर में इनका मेडिकल करवाया गया ।

राजस्थान एसआईटी ने हत्याकांड से जुड़े दो अन्य लोगों मौसीन और आसिफ को गिरफ्तार किया है। इन दोनों ने कन्हैयालाल की रैकी की थी। दोनों को न्यायालय में पेश किया गया,जहां से उन्हे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया ।उदयपुर के पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि दो अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही मामला एएनआई को सौंप दिया गया है। एसओजी व पुलिस जांच में एनआईए का सहयोग करेगी ।

पूछताछ में हत्यारोपियों ने बताया कि वे घर में घुसकर कन्हैयालाल की हत्या करना चाहते थे। लेकिन वहां मौका नहीं मिला तो दुकान में कन्हैयालाल की गर्दन काट कर हत्या कर दी । सूत्रों के अनुसार एसआईटी की जांच में सामने आया है कि कन्हैयालाल की हत्या का मकसद दहशत पैदा करना था। हत्यारों का संदेश दिया गया था कि गोली मारने के बजाय आतंकी संगठन आईएसआई की तरह गर्दन काटनी है। एसआईटी इस बात की जांच में जुटी थी कि उन्हे ऊपर से आदेश कौन देता था।

पांच हजार देकर बाइक के नंबर 2611 लिए थे

रियाज ने साल,2013 में परिवहन विभाग में पांच हजार की रकम जमा करवा कर मनचाहे आरजे-27-2611 नंबर लिए थे।परिवहन विभाग में प्रावधान है कि मनचाहे नंबर लेने के लिए तय रकम जमा करवानी होती है । उल्लेखनीय है कि 26 नवंबर,2011 को मुम्बई में हमला हुआ था। जांच एजेंसियों का मानना है कियह नंबर लेने का मकसद जेहादी मानसिकता दर्शाना रहा है। हत्या के बाद फरार होने में रियाज और गौस मोहम्मद ने इस बाइक का ही उपयोग किया गया था। यह बाइक उसने किश्तों में खरीदी थी। उसने बाइक का बीमा नहीं करवा रखा था।राजस्थान एसओजी ने इस बाइक को बरामद किया है। जांच में सामने आया कि रियाज अपनी पहचान छिपाने के लिए किराए के घर बदलता रहता था।

पुलिस अफसर हटाए

कन्हैयालाल को जान का खतरा होने से संबंधित सूचना मिलने के बावजूद कार्रवाई नहीं करने पर सरकार ने बृहस्पतिवार देर रात करीब एक बजे तबादला सूची जारी कर उदयपुर के पुलिस महानिरीक्षक हिंगलाजदान और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार को हटा दिया गया है। अब प्रफुल्ल कुमार को महानिरीक्षक और विकास कुमार को पुलिस अधीक्षक के पद पर लगाया गया है। थाना अधिकारी को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इस बीच शुक्रवार को उदयपुर में भारी सुरक्षा के बीच भगवान जग्गनाथ की रथयात्रा निकाली गई।

रथयात्रा के दौरान हमेशा की तरह न तो आतिशबाजी की गई और न ही गुलाल फेंकी गई। हत्याकांड के विरोध में प्रदेश के कई जिलों में शुक्रवार को दूसरे दिन भी बंद रहा। इंटरनेट अगले आदेश तक बंद रखा गया है। धारा-144 की एक महीने तक सख्ती से पालना की जाएगी । उदयपुर के सात पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू है। भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा शुक्रवार दोपहर में उदयपुर पहुंचकर कन्हैयालाल के स्वजनों से मिले ।

बूंदी में मौलाना गिरफ्तार

बूंदी जिला कलक्टर कार्यालय में पुलिस की मौजदगी में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मौलवर मुफ्ती नदीम को शुक्रवार सुबह गिरफ्तार किया गया है।मौलाना को शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

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