राजस्थान में क्रिकेट की राजनीति में आमने-सामने दो कांग्रेसी

cricket politics in Rajasthan. राजस्थान में क्रिकेट की राजनीति का विवाद अब पार्टी तक पहुंच गया। जोशी और डूडी दोनों के समर्थक एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में जुटे हैं।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Wed, 28 Aug 2019 03:57 PM (IST) Updated:Wed, 28 Aug 2019 03:57 PM (IST)
राजस्थान में क्रिकेट की राजनीति में आमने-सामने दो कांग्रेसी
राजस्थान में क्रिकेट की राजनीति में आमने-सामने दो कांग्रेसी

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान कांग्रेस के दो दिग्गजों विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी और विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता रहे रामेश्वर डूडी के बीच क्रिकेट की राजनीति को लेकर चल रहा विवाद तेज होता जा रहा है। क्रिकेट की राजनीति का यह विवाद अब पार्टी तक पहुंच गया। जोशी और डूडी दोनों के समर्थक एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में जुटे हैं। एक तरफ जोशी जहां डूडी के नागौर जिला क्रिकेट संघ का अध्यक्ष मानने को तैयार नहीं हैं। वहीं, दूसरी तरफ डूडी गुट का कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद जोशी को नैतिकता के नाते राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

डूडी को भाजपा नेता और आरसीए के कोषाध्यक्ष पिंकेश पोरवाल का समर्थन हासिल है। आरसीए के सचिव राजेंद्र सिंह नांदू का भी उन्हें समर्थन हासिल है। नांदू की पहल पर ही पिछले दिनों नागौर जिला क्रिकेट संघ के चुनाव में डूडी अध्यक्ष चुने गए थे। हालांकि जोशी इस चुनाव को मान्यता नहीं देते हैं। जोशी का कहना है कि नांदू ने जिस तरह से नागौर जिला क्रिकेट संघ के चुनाव कराए वह अवैध है। क्रिकेट का विवाद अब कांग्रेस संगठन में नजर आने लगा है। डूडी पिछले दिनों में जोशी विरोधी कांग्रेसी नेताओं से संपर्क साधने में जुटे हैं।

बुधवार को भी उन्होंने कांग्रेस के कई नेताओं से संपर्क कर यह समझाने का प्रयास किया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जस्टिस लोढ़ा कमेटी की सिफारिश के अनुसार, जोशी विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद आरसीए के अध्यक्ष नहीं रह सकते हैं।डूडी ने जोशी द्वारा खुद को नागौर जिला क्रिकेट संघ का अध्यक्ष मानने से इनकार करने को खुद के सम्मान से जोड़ते हुए जाट नेताओं से मुलाकातों का सिलसिला शुरू किया है। हालांकि डूडी फिलहाल खुलकर जोशी के खिलाफ नहीं बोल रहे, लेकिन पार्टी के भीतर जोशी विरोधी नेताओं को एकजुट करने में जुटे हैं।

अध्यक्ष और सचिव एक-दूसरे को पद पर नहीं मानते

जोशी का कहना है कि नांदू नाम का कोई व्यक्ति आरसीए में सचिव नहीं है। वे नागौर जिला क्रिकेट संघ से निर्वाचित हुए थे। आरसीए ने नागौर जिला क्रिकेट संघ और नांदू दोनों को निलंबित कर दिया है। वहीं, नांदू का कहना है कि जस्टिस लोढ़ा कमेटी की सिफारिश के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद जोशी आरसीए अध्यक्ष नहीं रह सकते हैं। नांदू ने कहा कि मैं सचिव चुनाव में निर्वाचित हुआ हूं,जोशी को मुझे हटाने का अधिकार नहीं है।  

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