ट्रेनों में सीरियल बम ब्लास्ट मामले में अजमेर की टाडा कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ गवाह नहीं हुए पेश, अरेस्ट वारंट जारी

देश के विभिन्न हिस्सों में सन 1993 में हुए सीरियल बम ब्लास्ट के मामले में मुख्य आरोपी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा हमीदुद्दीन और इरफान के खिलाफ अजमेर की टाडा कोर्ट में मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान गवाह पेश नहीं हुए। गवाहों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 08:19 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 08:19 PM (IST)
ट्रेनों में सीरियल बम ब्लास्ट मामले में अजमेर की टाडा कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ गवाह नहीं हुए पेश, अरेस्ट वारंट जारी
दिसंबर में 20, 21, 22 और 23 को टाडा कोर्ट में होगी निरंतर सुनवाई

अजमेर, संवाद सूत्र। देश के विभिन्न हिस्सों में सन 1993 में हुए सीरियल बम ब्लास्ट के मामले में मुख्य आरोपी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा, हमीदुद्दीन और इरफान के खिलाफ अजमेर की टाडा कोर्ट में मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान गवाह पेश नहीं हुए। अदालत ने गवाहों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए। जानकारी के अनुसार टाडा कोर्ट में चल रहे इस मामले में मंगलवार को गवाहों के बयान होने थे, लेकिन सीबीआई गवाहों को पेश कोर्ट में पेश नहीं कर सकी।

मुख्य आरोपी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा के वकील शफकत सुल्तानी ने बाद में बताया कि अजमेर की केंद्रीय कारागार जेल परिसर में स्थित टाडा कोर्ट में गवाहों के पेश नहीं होने से टाडा कोर्ट ने गवाहों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है। एक गवाह एस एम बरार कनाडा में हैं, उन्हें बाद में टाडा कोर्ट में तलब किया जाएगा। अन्य और भी गवाह हैं। वकील शफकत सुल्तानी ने बताया कि अगले माह दिसंबर में 20, 21, 22 और 23 को टाडा कोर्ट में निरंतर सुनवाई होगी।

उन्होंने बताया कि टाडा कोर्ट में आरोपियों को भी पेश नहीं किया गया। वकील शफकत सुल्तानी ने बताया कि सीबीआई की चार्जशीट के अनुसार 1993 में देश के विभिन्न हिस्सों में ट्रेनों के अंदर डॉ जलीस अंसारी और उसके साथियों ने सीरियल बम ब्लास्ट किए थे। जिसमें बहुत लोगों की जान गई थी। करीब 19 आरोपी नामजद हुए थे। इनमें से बहुत से पूर्व में ही पकड़े जा चुके थे उन पर केस भी डिसाइड हो गया था।

मामले में अंतिम पकड़े गए अब्दुल करीम उर्फ टुंडा, हमीदुद्दीन और इरफान इन तीन आरोपियों के खिलाफ टाडा कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। बताया जाता है कि मुख्य आरोपी अब्दुल करीम टुंडा पाकिस्तान के कुख्यात आतंकवादी संगठन लश्कर.ए.तैयबा से जुड़ा हुआ था, वह पाकिस्तान भी जा चुका है वहां उसने बम बनाने की ट्रेनिंग ली थी, 1993 में विभिन्न ट्रेनों में लगाए गए बम अब्दुल करीम टुंडा ने ही बनाए थे।

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