Rajasthan: लव जिहाद पर सतीश पूनिया ने अशोक गहलोत व राहुल गांधी पर साधा निशाना

राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने लव जिहाद पर सीएम अशोक गहलोत और राहुल गांधी पर निशाना साधा है। पूनिया ने अपने ट्वीट में लिखा कि देश-प्रदेश में लव जेहाद को लेकर बहस छिड़ी है क्यों वक्त बर्बाद करते हो।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 22 Nov 2020 06:24 PM (IST) Updated:Sun, 22 Nov 2020 06:24 PM (IST)
Rajasthan: लव जिहाद पर सतीश पूनिया ने अशोक गहलोत व राहुल गांधी पर साधा निशाना
लव जिहाद पर सतीश पूनिया ने अशोक गहलोत व राहुल गांधी पर साधा निशाना। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने लव जिहाद को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के बाद रविवार को फिर से ट्वीट कर सीएम और राहुल गांधी पर निशाना साधा है। पूनिया ने अपने ट्वीट में लिखा कि देश-प्रदेश में "लव जेहाद" को लेकर बहस छिड़ी है, क्यों वक्त बर्बाद करते हो। सीएम गहलोत को लेकर लिखा कि देखो, राजस्थान को सर्वांगीण विकास और ऊंचाइयों पर पहुंचा कर एक और नया अवतार हुए है अशोक गहलोत, अब एक से भले दो हो गए हैं, राहुल गांधी तो पहले से ही हैं। भगवान इंडियन नेशनल कांग्रेस का भला करे। अपने इस ट्वीट में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने सीएम गहलोत का एक फोटो भी शेयर किया है। जिसमें राजस्थानी पगड़ी पहने गहलोत के फोटो के साथ लिखा है इमर्जेंस ऑफ ए न्यू सेक्यूलर हीरो।

उन्होंने कहा कि गहलोत का बयान वोट बैंक की ओछी मानसिकता दर्शाता है। उल्लेखनीय है कि गहलोत ने ट्वीट कर कहा था कि लव जिहाद शब्द का निर्माण भाजपा ने किया है। गहलोत ने कहा था कि विवाह व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मामला है, इस पर अंकुश लगाने के लिए एक कानून लाना पूरी तरह से असंवैधानिक है और यह कानून की किसी भी अदालत में खड़ा नहीं होगा। गहलोत ने लिखा था कि लव जिहाद भाजपा द्वारा राष्ट्र को विभाजित करने और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए निर्मित एक शब्द है। विवाह व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मामला है, इस पर अंकुश लगाने के लिए एक कानून लाना पूरी तरह से असंवैधानिक है और यह कानून की किसी भी अदालत में खड़ा नहीं होगा। लव में जिहाद का कोई स्थान नहीं है। 

गहलोत ने शुक्रवार को ट्वीट में लिखा कि लव जिहाद भाजपा द्वारा राष्ट्र को विभाजित करने और सांप्रदायिक, सद्भाव को बिगाड़ने के लिए निर्मित शब्द है। उन्होंने कहा कि विवाह व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मामला है। इस पर अंकुश लगाने के लिए एक कानून लाना पूरी तरह से असंवैधानिक है। यह कानून किसी भी अदातल में खड़ा नहीं होगा। लव में जिहाद का कोई स्थान नहीं होता। गहलोत ने कहा कि वे राष्ट्र में एक ऐसा वातावरण बना रहे हैं, जहां वयस्क राज्य की शक्ति की दया पर अपनी सहमति देंगे। विवाह एक व्यक्तिगत निर्णय है और वे उस पर अंकुश लगा रहे हैं।

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