Rajasthan Politics: राजस्थान कैबिनेट विस्तार में 4 दलित मंत्री होंगे शामिल, जानें- कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने क्या कहा

राजस्थान में मंत्रियों के शपथ लेने से पहले सचिन पायलट ने कहा कि राज्य सरकार और पार्टी दलितों पिछड़े और गरीबों के लिए प्रतिनिधित्व चाहती है।लंबे समय से हमारी सरकार में दलित प्रतिनिधित्व नहीं था अब इसकी भरपाई हो गई है और उन्हें अच्छी संख्या में शामिल किया गया है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 11:31 AM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 12:38 PM (IST)
Rajasthan Politics: राजस्थान कैबिनेट विस्तार में 4 दलित मंत्री होंगे शामिल, जानें- कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने क्या कहा
सचिन पायलट ने कहा- कांग्रेस राजस्थान में 2023 में फिर सरकार बनाएगी

जयपुर, एएनआई । राजस्थान में मंत्रियों के शपथ लेने से पहले सचिन पायलट ने कहा कि नई कैबिनेट में 4 दलित मंत्रियों को जगह दी गई है। हमारी पार्टी चाहती है कि दलित, उपेक्षित, पिछड़े लोगों का प्रतिनिधित्व हर जगह होना चाहिए। काफी समय से हमारी सरकार में दलितों का प्रतिनिधित्व नहीं था अब भरपाई की है। आदिवासियों का भी प्रतिनिधित्व बढ़ाया गया है। उन्होंने कैबिनेट में फेरबदल के लिए सोनिया गांधी, अजय माकन और अशोक गहलोत को भी धन्यवाद दिया।

राजस्थान कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि कल राजस्थान के कैबिनेट का पुनर्गठन हुआ था। आज प्रदेश के राज्यपाल नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। मुझे खुशी है कि कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी और प्रदेश की सरकार ने जो कुछ कमियां थीं उसे पूरा किया है। पायलट ने कहा कि कांग्रेस राजस्थान में 2023 में फिर सरकार बनाएगी।

जानकारी हो कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट में चल रही तनातनी के बीच कांग्रेस आलाकमान ने मंत्रिमंडल के पुनर्गठन को मंजूरी देते हुए फार्मूला भी तय कर दिया है। इसके बाद शनिवार को सभी मंत्रियों ने इस्तीफे दे दिए। अब राजस्थान में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर पुनर्गठन किया जाएगा। रविवार शाम चार बजे राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह होगा । राज्यपाल कलराज मिश्र 15 मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे । इनमें 11 कैबिनेट और 4 राज्यमंत्री होंगे।

राजस्थान में मंत्रियों के शपथ लेने से पहले सचिन पायलट ने कहा कि राज्य सरकार और पार्टी दलितों, पिछड़े और गरीबों के लिए प्रतिनिधित्व चाहती है। लंबे समय से हमारी सरकार में दलित प्रतिनिधित्व नहीं था, अब इसकी भरपाई हो गई है और उन्हें अच्छी संख्या में शामिल किया गया है। इसमें आदिवासियों का प्रतिनिधित्व भी शामिल है। मुझे लगता है कि यह एक आवश्यक कदम था जिसे कांग्रेस और राज्य सरकार ने आगे बढ़ाया है। 

chat bot
आपका साथी