Rajasthan: भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने वाले राजस्थान के अधिकारी को जल जीवन मिशन की जिम्मेदारी

Rajasthan जल जीवन मिशन परियोजना के क्रियान्वयन का जिम्मा ऐसे अधिकारी को सौंपा है जो खुद 2016 में रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ था। वह दो महीने जेल में रहा था। गिरफ्तारी के बाद बहाल हुए आरके मीणा को महेश जोशी ने अहम पद दिया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Wed, 25 May 2022 08:41 PM (IST) Updated:Wed, 25 May 2022 08:41 PM (IST)
Rajasthan: भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने वाले राजस्थान के अधिकारी को जल जीवन मिशन की जिम्मेदारी
भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाने वाले राजस्थान के अधिकारी को जल जीवन मिशन की जिम्मेदारी। फाइल फोटो

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान के जलदाय मंत्री डा. महेश जोशी ने 60 हजार करोड़ रुपये की जल जीवन मिशन परियोजना के क्रियान्वयन का जिम्मा ऐसे अधिकारी को सौंपा है, जो खुद 2016 में रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ था। वह दो महीने जेल में रहा था। गिरफ्तारी के बाद बहाल हुए आरके मीणा को पिछले चार साल में कोई महत्व नहीं दिया गया, लेकिन जोशी ने दो दिन पहले आदेश जारी कर उन्हें महत्वपूर्ण काम सौंप दिया। मीणा इस समय जलदाय विभाग के मुख्य अभियंता हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टालरेंस का नारा देते हैं, लेकिन इसके ठीक उलट प्रदेश में दो साल में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) के छह अधिकारियों के साथ ही एक दर्जन राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के अधिकारी रिश्वत लेते हुए पकड़े जा चुके हैं। ये अधिकारी एक बार तो गिरफ्तार हुए, लेकिन इनमें से ज्यादातर सरकार द्वारा अभियोजन स्वीकृति नहीं मिलने के कारण जमानत पर बाहर आ गए।

नीरज पर एसीबी ने दर्ज किए चार मामले

वरिष्ठ आइएएस अधिकारी नीरज के. पवन के खिलाफ भ्रष्टाचार के चार मामले एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में दर्ज हुए हैं। 12 सितंबर, 2021 को राज्य कौशल विकास मिशन में पांच लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में उनको गिरफ्तार किया गया था। उनका मोबाइल जब्त कर पड़ताल की गई तो भ्रष्टाचार के कई कारनामें उजागर हुए। हालांकि, सरकार ने उनके खिलाफ अभियोजन स्वीकृति नहीं दी और पवन को बीकानेर के संभागीय आयुक्त जैसे महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त कर दिया गया। पवन के साथ ही रिश्वत मामले में फंसे आइएएस प्रदीप गवांडे राज्य कौशल विकास मिशन में महाप्रबंधक थे। आरोप है कि वह पैसों और महिलाओं की मांग करते थे। यह बात एसीबी की जांच में साबित हुई, लेकिन सरकार ने इनकी भी अभियोजन स्वीकृति नहीं दी। गवांडे को उच्च शिक्षा विभाग में संयुक्त सचिव नियुक्त कर दिया गया।

लक्ष्मण गौड़ की इस मामले में हुई गिरफ्तारी

वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी लक्ष्मण गौड़ 27 जून, 2020 को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार हुए, लेकिन अब उन्हें पुलिस महानिरीक्षक (प्रशिक्षण) जैसे महत्वपूर्ण पद पर तैनात कर दिया गया है। गौड़ पर नए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का जिम्मा है। इसी तरह 2021 में पुलिस थानों से रुपये लेने के आरोप में गिरफ्तार किए गए दौसा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल, अलवर में कलेक्टर रहते हुए पिछले महीने रिश्वत के मामले में फंसे नन्नू मल पहाड़िया और झालावाड़ के पूर्व कलेक्टर इंद्रसिंह राव के खिलाफ एसीबी के पास ठोस सुबूत होने के बावजूद उच्च स्तर से केस को कमजोर करने का दबाव बनाए जाने का आरोप है। अभी उक्त तीनों अधिकारी निलंबित हैं। आरएएस के एक दर्जन अधिकारी दो साल में रिश्वत के मामले में गिरफ्तार हुए हैं। साल, 2021 में विभिन्न 410 अधिकारियों को रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया गया था। एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी कहते हैं कि भ्रष्टाचार के मामले में ब्यूरो पूरा सजग है।

जलदाय मंत्री के बेटे पर दुष्कर्म का केस

जलदाय मंत्री डा.महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी पर दिल्ली में दुष्कर्म का केस दर्ज किया गया है। राजस्थान की ही एक युवती ने उसके खिलाफ केस दर्ज कराया है।

chat bot
आपका साथी