CAA And NRC: सीएम अशोक गहलोत बोले, पीएम मोदी ने मेरा नाम लेकर देश को किया गुमराह

CAA And NRC. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पहले अमित शाह ने सदन में एवं आज प्रधानमंत्री मोदी मेरा नाम लेकर देश को गुमराह कर रहे हैं।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Sun, 22 Dec 2019 06:29 PM (IST) Updated:Sun, 22 Dec 2019 06:29 PM (IST)
CAA And NRC: सीएम अशोक गहलोत बोले, पीएम मोदी ने मेरा नाम लेकर देश को किया गुमराह
CAA And NRC: सीएम अशोक गहलोत बोले, पीएम मोदी ने मेरा नाम लेकर देश को किया गुमराह

जयपुर, जेएनएन। CAA And NRC. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को दिल्ली में प्रधानत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनका नाम लेकर दिए गए बयान को गलत बताया है और कहा है कि पहले अमित शाह ने सदन में एवं आज प्रधानमंत्री मोदी मेरा नाम लेकर देश को गुमराह किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को दिल्ली में आयोजित रैली में कहा था कि अशोक गहलोत खुद शरणार्थियों के हमदर्द थे, लेकिन अब वे पलट गए हैं। मोदी ने कहा, आज रंग बदलने वाले इन दलों को इन के ही नेताओं की बात याद दिलाना चाहता हूं। एक समय था, जब राजस्थान के मुख्यमंत्री हुआ करते थे अशोक गहलोत। अब फिर से मुख्यमंत्री हैं। पहले जब मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने शरणार्थियों की हमदर्दी के लिए बातें कहीं थीं। वे तो सरकार से मांग करते थे कि हिंदू या सिख पाकिस्तान से भाग कर यहां आए हैं, उनकी स्थिति सुधारी जाए। अब वे रातों रात बदल गए। वोट बैंक का खतरा लगने लगा।

प्रधानमंत्री के इस बयान का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया है। इसमें कहा गया है कि पहले अमित शाह ने सदन में एवं आज प्रधानमंत्री मोदी मेरा नाम लेकर देश को गुमराह कर रहे हैं। ये कहना क्या चाहते हैं? पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर जो लोग सीमावर्ती राजस्थान आए उन्हें सुविधाएं मिले। इसके लिए तत्कालीन गृहमंत्री पी.चिदंबरम को पत्र लिखना क्या गलत था? अब भी जो प्रताड़ित होकर आते हैं, उन्हें नागरिकता सुविधाएं दिए जाने से कौन रोक रहा है? इससे हिंदू या मुसलमान किसको शिकायत हो सकती है? शिकायत तो यह है कि जिस प्रकार असम में एनआरसी को लागू नहीं कर पाए, उसके बावजूद पूरे देश में गृहमंत्री एनआरसी लागू करने का ऐलान करके भड़का रहे हैं। 

नागरिकता संशोधन विधेयक और एनआरसी के खिलाफ जयपुर की सडकों पर आज कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों तथा सामजिक और मुस्लिम समुदाय के संगठनों की ओर से शांति मार्च निकाला गया। मार्च में बडी संख्या में लोग शामिल हुए। शांति मार्च के बाद हुई सभा को सम्बोधित करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्पष्ट तौर पर ऐलान किया कि राजस्थान मंे नागरिकता संशोधन विधेयक और एनआरसी को लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश भर में जिस तरह से विरोध प्रदर्शन हो रहे है और खुद एनडीए के साथी दलों की सरकारें इसे लागू नहीं कर रही है, ऐेसे में केंद्र को जनभावनाओ को समझते हुए इस कानून को वापस लेना चाहिए और एनआरसी लागू नहीं करने की स्पष्ट घोषणा करनी चाहिए।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बहुमत से कानून तो बना सकती है, लेिकन लोगों का दिल नहीं जीत सकती। उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस कानून के खिलाफ आंदोलन हो रहा है, लेकिन गोली वही चल रही है जहां भाजपा की सरकार है। जयपुर में शांतिपूर्ण मार्च निकाल कर यहां की जनता ने बडा संदेश दिया है। गहलोत ने कहा कि 70 साल तक सारे जहां से अच्छा की भावना से देश चला है। आज संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यह कानून सिर्फ मुसलमान के खिलाफ नहीं है, बल्कि सब के खिलाफ है। इस कानून और एनआरसी के जरिए सरकार देश को एक बार फिर कतारों में खडा करना चाहती हैै। इनके इरादे ठीक नही है। ये धर्म के आधार पर देश को बांटने चाहते है। हिंदुत्व का एजेंडा लागू करना चाहते है। धर्म के नाम पर बना कोई भी देश एक नहीं रह पाया है। हमारे यहां भी खालिस्तान की मांग उठी थी। इसकी कीमत पूरे देश को उठानी पड़ी।

गहलोत ने आरोप लगाया कि आरएसएस और भाजपा का एजेंडा हिंदू राष्ट्र का है। यह बहुत खतरनाक खेल खेला जा रहा है, लेकिन हमारा देश सब धर्मों को स्वीकार करने वाला देश है। गहलोत ने कहा कि राज आज भाजपा का नहीं आरएसएस का है। इसके प्रचारक ही प्रधानमंत्री है। आरएसएस ने मुखोटा पहन रखा है, लेकिन जनता इनकी चालों और राष्ट्रवाद को समझ चुकी है।

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